शिमला: साक्षरता और शिक्षा के मंच पर कई बार पुरस्कृत हिमाचल में तस्वीर का एक और पहलू है. यहां एक विधानसभा क्षेत्र की तीन पंचायतों में शिक्षकों के 46 पद कई साल से खाली हैं. मामला शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का है. शिक्षकों के खाली पदों से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. इलाके के एक जागरूक नागरिक ने याचिका के माध्यम से हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में गुहार लगाई कि शिक्षकों के पद भरे जाएं. इस पर हाईकोर्ट ने शिक्षा सचिव को नोटिस जारी (High Court notice to Education Secretary) कर सारी जानकारी मांगी है.
शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में वीरभद्र सिंह और वर्तमान में उनके बेटे प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. यहां की तीन पंचायतों के स्कूलों में अध्यापकों के 46 पद खाली पड़े हैं. स्थानीय निवासी पुष्पेंद्र कुमार ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर अदालत से गुहार लगाई. पुष्पेंद्र कुमार ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि शिमला ग्रामीण विधानसभा के कुछ इलाके पिछड़े हुए हैं और इस कारण इस क्षेत्र के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में राज्य सरकार विफल रही है. इन स्कूलों में शिक्षकों के कई पद अरसे से खाली पड़े हैं.