शिमला: हिमाचल प्रदेश इंटक अध्यक्ष के रूप में एक बार फिर हरदीप सिंह बाबा को चुना गया है. रविवार को कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में इंटक के चुनाव आयोजित हुए जिसमें इंटक से संबंधित प्रदेश की 118 यूनियनों ने हिस्सा लिया. यह चुनाव राष्ट्रीय युवा इंटक अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय इंटक सचिव संजय गावा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए. इस दौरान सर्वसहमति से हिमाचल प्रदेश इंटक का अध्यक्ष हरदीप सिंह बाबा को चुना गया. अध्यक्ष पद मिलने के बाद कांग्रेस कार्यालय में हरदीप सिंह का फूल मालाएं पहना कर कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया.
चुनावों के बाद सर्वसहमति से प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में निजी भागीदारी न की जाए. तीनों कृषि कानुनों को वापस लिया जाए. चारों श्रम सुधार कानुनों को वापस लिया जाए. मनरेगा कामगारों की दिहाड़ी प्रति दिन 300 रुपये की जाए और मनरेगा कामगारों के कार्यदिवस 200 प्रति वर्ष की जाए. कम से कम मजदूरी 20,000 रुपये प्रतिमाह की जाए. न्यू पेंशन स्कीम को वापस लेकर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए.
प्रदेश में कार्य कर रही सभी आशा कार्यकर्ताओं को अनुबंध राजकीय अधिसूचना के तहत न्यूनतम वेतन दिया जाए. आशा वर्कर के काम के घंटे भी निर्धारित किए जाएं एवं साप्ताहिक अवकाश प्रदान करने के लिए नीति बनाई जाए. स्वास्थ्य विभाग में 102 और 108 एंबुलेंस कर्मचारियों को न्यायलय प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत कॉन्ट्रेच्युल वर्कर के लिए उनके कार्यस्थल के नजदीक ईएसआईसी की सुविधा प्रदान की जाए.