शिमला:हर घर तिरंगा अभियान (har ghar tiranga abhiyan) के तहत तिरंगा उपलब्ध कराने के लिए डाक विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इसके लिए डाक विभाग ने व्यवस्था कर ली है. हिमाचल प्रदेश के सभी डाकखानों में लोग तिरंगा खरीद सकेंगे. हिमाचल डाक विभाग ने 3 लाख तिरंगा बेचने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए 3000 डाक खानों में व्यवस्था की है और अभी तक 93000 तिरंगा डाकखानों में पहुंच चुका है. एक तिरंगा 25 रुपये में मिलेगा.
मुख्य डाकघर में ऐसी है व्यवस्था: राजधानी स्थित ऐतिहासिक मुख्य डाक घर में जहां तिरंगा बेचने के लिए विशेष काउंटर लगाया गया है. वहीं, पोस्ट ऑफिस के बाहर सेल्फी पॉइंट बनाया गया है. जहां पर पर्यटक व स्थानीय निवासी तिरंगे के साथ सेल्फी ले सकते हैं.अभियान (national flag available in Head Post Office Shimla) के तहत डाक विभाग की ओर से बहुत ही कम कीमत पर लोगों को राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध कराया जा रहा है. राष्ट्रीय ध्वज की कीमत मात्र 25 रुपए प्रति ध्वज रखी गई है. आम जन राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए अपने नजदीकी डाकघर से संपर्क कर सकता है. बता दें कि देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ को अमृत महोत्सव रूप में मना रहा है. 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान की घोषणा पीएम ने की है. भारतीय तिरंगा ध्वज उपलब्ध कराने के लिए डाक विभाग को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
मुख्य डाकघर शिमला का इतिहास: मुख्य डाकघर की बिल्डिंग को कोनी लॉज के नाम (Post Office Shimla history) से जाना जाता था. 1880 में डाक विभाग ने अंग्रेज पीटरसन से बिल्डिंग को खरीदा था. 1883 में यहां पोस्ट आफिस खोला गया. एफ डालटन पोस्ट आफिस शिमला के पहले पोस्टमास्टर थे. आजाद भारत के पहले पोस्टमास्टर एके हजारी नियुक्त हुए थे. तीन मंजिला बिल्डिंग टिंबर की लकड़ी और पत्थर से बनाई गई थी.