शिमलाः लॉकडाउन को लेकर हिमाचल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अब प्रदेश में जिले के भीतर आवाजाही के लिए कर्फ्यू पास जरूरी नहीं है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि जिला के अंदर आवाजाही की अनुमति अब बिना पास के दे दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि इसमें बद्दी पुलिस बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र को छोड़कर दूसरे जिलों के लिए आवाजाही की अनुमति परमिट से दी जाए. उन्होंने राज्य में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने पर भी बल दिया.
उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन को और प्रभावी बनाने के लिए प्रणाली विकसित करने के लिए भी कदम उठाए जाने चाहिए.
उन्होंने उपायुक्तों से कहा कि जिन घरों में लोगों को होम क्वारंटाइन रखा गया है, ऐसे घरों पर नजर रखने के लिए पंचायती राज संस्थाओं व स्वास्थ्य कर्मियों के प्रतिनिधियों को आवश्यक रूप से शामिल किया जाए. ताकि कोई भी व्यक्ति होम क्वारंटाइन का उल्लंघन न कर सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 68000 लोगों ने राज्य में प्रवेश करने के लिए ई-पास के लिए आवेदन किया है. ऐसे में अधिक संख्या में लोग रेड जोन क्षेत्रों से आएंगे, इसलिए उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन सुविधा की आवश्यकता होगी.
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में इस तरह की सुविधाओं की पर्याप्त संख्या में पहचान कर उन्हें चिन्हित करें. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ये केन्द्र व्यस्त क्षेत्रों से दूर हो और इनमें शौचालय इत्यादि जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहे.
उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में उचित स्वच्छता व्यवस्थता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए.मुख्यमंत्री ने कहा कि रेड जोन से आने वाले सभी लोगों और इंफ्लुएंजा जैसे लक्षणों वाले सभी लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन में ही रखा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि राज्य में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की पूरी तरह से चिकित्सकीय जांच की जानी चाहिए और उसके बाद ही यह तय किया जाएगा कि उसे संस्थागत क्वारंटाइन या होम क्वारंटाइन के अंतर्गत रखा जाना है.
इन क्षेत्रों से पहुंचेगी ट्रेन
जयराम ठाकुर ने कहा कि बेंगलुरु से विशेष ट्रेन 13 मई को सुबह छह बजे ऊना पहुंचेगी और थिविम, मड़गांव और करमाली (गोवा) से एक और विशेष ट्रेन 15 मई, 2020 को ऊना पहुंच जाएगी.
उन्होंने उपायुक्त ऊना को निर्देश दिए कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की प्रदेश वापसी के सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएं, ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और स्थिति सामान्य बनी रहे. उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाले लोगों की चिकित्सा जांच सुनिश्चित करने के उपरांत ही उन्हें उनके सम्बन्धित जिलों में जाने दिया जाए.
उन्होंने कहा कि इन लोगों की सुविधाएं प्रदान के लिए भोजन के पैकेट, पानी आदि की व्यवस्था भी की जानी चाहिए.उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री टी.एस. रावत से बात कर वहां फंसे हिमाचलियों को सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार फंसे हुए हिमाचलियों को देहरादून तक पहुंचाने की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए सहमत हो गई है, जहां से उन्हें उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा. जयराम ठाकुर ने कहा कि शीघ्र ही लगभग 300 विद्यार्थी यूक्रेन से चंडीगढ़ पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि इन सभी छात्रों को संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाएगा.