रामपुरः हिमाचल की विभिन्न मंडियों में चेरी की फसल ने दस्तक दे दी है. रामपुर व कोटगढ़ के आसपास के क्षेत्रों से बागवानों ने चेरी का तुड़ान करना भी शुरू कर दिया है और डिब्बों में पैक करके पहली फसल प्रदेश की विभिन्न मंडियों में पहुंचा दी है. चेरी की पहली खेप जिला शिमला के पराला और भट्ठाकुफर मंडियों में बागवानों ने पहुंचा दी है.
चेरी ने दी मंडियों में दस्तक, उचित दाम न मिलने से बागवान निराश - चेरी की मंडियों में दस्तक
बागवानों ने चेरी के उचित दाम न मिलने पर निराशा जताई है. बागवानों का कहना है कि उन्हें 75 से 150 रुपये प्रति किलो रेट चेरी का मिला है, जबकि बीते वर्ष अच्छे दाम मिले थे. इस बार कोरोना महामारी ने उनकी आमदनी पर ब्रेक लगा दी है.
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चेरी ने दी मंडियों में दस्तक
बागवानों ने उचित दाम न मिलने पर निराशा जताई है. बागवानों का कहना है कि उन्हें 75 से 150 रुपये प्रति किलो रेट चेरी का मिला है, जबकि बीते वर्ष अच्छे दाम मिले थे. इस बार कोरोना महामारी ने उनकी आमदनी पर ब्रेक लगा दी है.
एचपीएमसी रामपुर के मैनेजर सालग राम ने बताया कि यदि बागवानों की चेरी की फसल को कोई भी खरीदार नहीं मिलेगा, तो एचपीएमसी विभाग स्वयं चेरी खरीदेगा और बागवानों को उनकी फसल के उचित दाम मिलेगा. उन्होंने बताया कि इसको लेकर अभी योजना तैयार की जा रही है.