शिमला:राजधानी शिमला के आईजीएमसी में बेसहारा मरीज को इंक्वायरी के बिना ही तुरंत इलाज मिलेगा. मरीज के अस्पताल में पहुंचते ही उसे तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाएंगी. इसके लिए एमएस ने सभी एचओडी और सीएमओ को लिखित आदेश जारी कर दिए हैं.
बता दें कि नए आदेशों के अनुसार जैसे ही मरीज आईजीएमसी पहुंचेगा उसे तुरंत सीएमओ एडमिट करेगा और जांच की जाएगी. एचओडी की जिम्मेदारी होगी की मरीज को तुरंत इलाज दिया जाए. मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलेगा तो प्रशासन संबंधित विभाग पर कार्रवाई कर सकता है. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट भी काफी पहले आदेश जारी कर चुका है.
आदेशों के अनुसार अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति से कोई भी पूछताछ नहीं की जा सकती है. प्रशासन ने अस्पताल में इलाज भी फ्री कर दिया है. एमएस ने आदेशों में कहा है कि जिस भी विभाग में मरीज का इलाज होगा, उस विभाग के अध्यक्ष मरीज पर होने वाले खर्चे की पूरी डिटेल रखेंगे. मरीज पर जितना भी खर्चा आएगा उसका सारा खर्च प्रशासन उठाएगा.
रोगी कल्याण समिति या सीएम रिलिफ फंड से संबंधित मरीज का इलाज का पूरा खर्च किया जाएगा. एचओडी को केवल खर्चे का ब्यौरा प्रशासन को देना होगा. आईजीएमसी में हर महीने 10 से 15 मरीज ऐसे आते है जिनका कोई नहीं होता है. इन मरीजों का इलाज तो किया जाता है लेकिन ऑपरेशन नहीं किया जाता है. इन आदेशों के बाद इलाज और ऑपरेशन दोनों फ्री हो जाएंगे.
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