शिमला: प्रदेश सरकार ने क्षय राेग निर्वाण याेजना के तहत टीबी के राेगियाें के लिए एमआरआई और सीटी स्कैन टेस्ट फ्री कर दिया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालाें के लिए अधिसूचना जारी कर दी है. हालांकि एमआरआई की सुविधा आईजीएमसी, टांडा जैसे बड़े अस्पतालाें में ही मिल रही है, लेकिन इससे अब टीबी के राेगियाें काे काफी राहत मिलेगी.
आमतौर पर जाे टीबी का राेगी हाेता है उसे बार-बार एक्सरे करवाए जाते हैं. इससे यह पता चलता है कि टीबी रोग फेफड़ों में कितना फैल रहा है. यदि एक्सरे में क्लियर पिक्चर नहीं आती ताे डाॅक्टर सीटी स्कैन व एमआरआई की सलाह भी देते हैं
बता दें कि जिला शिमला में टीबी के मरीजाें की संख्या करीब 1700 है. काेराेना के बाद टीबी मरीजाें की संख्या में इजाफा हुआ, क्याेंकि काेराेना मरीज के फेफड़ाें पर असर कर रहा है. आईजीएमसी के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग में राेजाना कई मरीज ऐसे जांच के लिए आ रहे, जिन्हें पहले काेराेना हुआ था और अब उनके फेफड़ाें में दिक्कत है.
टेस्टिंग के बाद पता चलता है कि मरीज काे टीबी रोग हाे चुका है. लिहाजा सरकार ने अब दाे बड़े टेस्ट फ्री करके टीबी मरीजाें के लिए पूरा इलाज लगभग फ्री कर दिया है. इस बारे में आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जनकराज ने बताया कि टीबी के मरीजाें के लिए सीटी स्कैन और एमआरआई की सुविधा नि:शुल्क की गई है. यहां अब टीबी मरीजाें के यह दाेनाें टेस्ट फ्री हाेंगे. इसके लिए संबंधित विभाग काे आदेश जारी कर दिया गया है.
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