शिमला:साइबर अपराध को अंजाम देने का तरीका निरंतर बदलता जा रहा है. आए दिन लोगों को ठगी के शिकार बनाए जा रहा है. ऐसा ही ठगी का एक मामला साइबर थाना शिमला (cyber police station shimla) में सामने आया है. राज्य साइबर थाना शिमला में प्रवीण कुमार नामक व्यक्ति ने शिकयत दर्ज करवाई कि विदेश से एक महिला द्वारा इसे संपर्क किया गया और कहा कि यदि वह ऑनलाइन ट्रेडिंग करना चाहें तो उन्हें काफी फायदा होगा, जिस बारे में उपरोक्त महिला ने उन्हें ऑनलाइन ट्रेडिंग का तरीका बताया. जो महिला द्वारा बताए गए तरीके के अनुसार शिकायतकर्ता द्वारा करीब 10 लाख रुपये का निवेश पीड़ित द्वारा किया गया.
बाद में इन्हें मालूम हुआ कि साइबर अपराधी द्वारा ठगी के उद्देश्य से कंपनी (Cyber Crime in Himachal Pradesh) का सॉफ्टवेयर डेसिंग करके ठगी को अंजाम दिया गया है. जिस सन्दर्भ में साइबर थाना शिमला द्वारा जांच प्रारंभ की और पीड़ित द्वारा किए गए निवेश का विश्लेषण किया जो पाया कि राशि मेंविंग गोल्ड में निवेश की गई है. साइबर थाना शिमला द्वारा उपरोक्त मेंविंग गोल्ड के अकाउंट में 10 लाख रुपये होल्ड किया गया, जो कि पीड़ित के खाते में वापस दिलवाया गया. पुलिस ने एडवाजरी जारी कर लोगों से अपील की है की ऐेसे मामलों से सावधान रहें. ध्यान रहे कि वित्तीय बाजारों में आकर्षक अवसरों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग की लोकप्रियता में वृद्धि में योगदान दिया है. एक छोटे से निवेश के साथ उच्च रिटर्न कौन नहीं कमाना चाहेगा.
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इसके अलावा प्रौद्योगिकी और इंटरनेट के कारण इन बाजारों की सुगमता और पहुंच ने भी काफी ध्यान आकर्षित किया है. हालांकि ये निश्चित रूप से लाभ हैं और कई लोगों ने पर्याप्त लाभ कमाने के लिए इसका लाभ उठाया है, लेकिन कुछ कमियां भी हैं. ऑनलाइन ट्रेडिंग धोखाधड़ी और घोटाला भी एक आम घटना बन गई है और इससे बहुत से लोगों को अपनी मेहनत की कमाई गंवानी पड़ी है.