शिमला: जयराम सरकार में सीनियोरिटी को सुपरसीड कर आईएएस आरडी धीमान को मुख्य सचिव बनाने का मामला विवादों में आ गया है. सुपरसीड हुए सीनियर अफसरों निशा सिंह व संजय गुप्ता नाराज हो गए हैं. निशा सिंह ने राज्यपाल को चिट्ठी लिख अपनी नाराजगी जताई है (ACS Nisha Singh letter to the Governor) और मामले में हस्तक्षेप का आग्रह किया (ACS Nisha Singh controversy) है. इस मामले ने छह साल पहले स्वर्गीय वीरभद्र सिंह सरकार के समय का वाक्या याद दिला दिया है. उस समय भी सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने सीनियोरिटी को सुपरसीड कर वीसी फारका को मुख्य सचिव बनाया (Former CS VC Farka) था.
ये बात 31 मई 2016 की थी. तब स्वर्गीय वीरभद्र सिंह सरकार ने वीसी फारका को मुख्य सचिव के पद पर तैनाती दी थी. विद्या चंद्र फारका वर्ष 1983 बैच के आईएएस अधिकारी थे. उस समय सीएस से पहले वे भी राज्य सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर का पद संभाल रहे थे. वीसी फारका स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के करीबी अफसर थे. मुख्य सचिव बनने से पहले उनके पास मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, सूचना व जनसंपर्क विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सहित टूरिज्म व सिविल एविएशन विभाग व जनजातीय विकास विभाग का जिम्मा भी (Former CM Virbhadra CS VC Farka) था.