शिमला:भाजपा के पूर्व मंत्री हिमाचल प्रदेश शहरी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा का निधन हो (Former BJP minister Praveen Sharma passes away) गया है. उन्होंने भाजपा में कई अहम पदों पर काम किया. उनके निधन पर भाजपा-कांग्रेस नेताओं ने दुख जताया है .भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने प्रवीण शर्मा के निधन पर दुख (JP Nadda remembers Praveen Sharma)जताया है. प्रवीण शर्मा को भाजपा का कद्दावर नेता माना जाता था. वह प्रेम कुमार धूमल सरकार में मंत्री भी रहे. उन्हें धूमल का करीबी माना जाता था.
अंब में अंतिम सांस ली:धूमल सरकार में खेल व एक्साइज मंत्री रहे प्रवीण शर्मा के निधन की खबर आते ही राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई. दोपहर 2 बजे उनका अंब स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा. वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे. भाजपा में कई संगठनात्मक पद संभालने के बाद वे 2007 से 2012 तक प्रदेश हिमुडा के उपाध्यक्ष रहे. वहीं जयराम ठाकुर की मौजूदा सरकार में भी प्रवीण शर्मा हिमुडा के उपाध्यक्ष का पद संभाल रहे थे.
धूमल का हनुमान कहा जाता था:प्रवीण शर्मा को पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का हनुमान कहा जाता था. वह वह 1998 से लेकर 2003 तक धूमल की सरकार में खेल व एक्साइज मंत्री रहे. धूमल के करीबी होने के कारण वह अनुराग ठाकुर के संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रभारी भी रहे.प्रवीण शर्मा वाकपटु और अध्ययनशील राजनेता थे. आचार्य चतुरसेन उनके प्रिय लेखकों में से थे और उन्होंने चतुरसेन का विपुल साहित्य पढ़ा था.
मूछों वाले नेता के तौर पर भी विख्यात थे:वे हमेशा तनी हुई मूंछों के साथ दिखाई देते थे. एक बार साक्षात्कार के दौरान उनसे खेल विभाग व आबकारी विभाग को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने बड़ा दिलचस्प जवाब दिया था. प्रवीण शर्मा ने कहा कि आबकारी विभाग का मंत्री होने के नाते उनका लक्ष्य रहता है कि शराब की बिक्री से अधिक से अधिक राजस्व आए और खेल विभाग के मंत्री के तौर पर वे मंच से कहते हैं कि युवाओं को नशे से दूर रहकर खेल पर ध्यान देना चाहिए. प्रवीण शर्मा ने तब कहा था कि इसी विरोधाभास के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास रहता है.
इमरजेंसी में जेल में भी रहे:प्रवीण शर्मा वर्ष 2007 में विधानसभा नहीं पहुंच सके तो उन्हें प्रेम कुमार धूमल सरकार ने हिमुडा का वाइस चेयरमैन बनाया था. इस बार भी जयराम सरकार ने उन्हें हिमुडा के वाइस चेयरमैन का दायित्व सौंपा था. प्रवीण शर्मा भाजपा के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. इमरजेंसी के दौरान वे जेल में भी रहे. पहले वे धर्मशाला व फिर शिमला में जेल में रहे. वह तब महज 17 साल के थे.
अभिन्न मित्र खो दिया:प्रवीण शर्मा के निधन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल सहित कई नेताओं ने शोक जताया है. धूमल ने कहा कि उन्होंने अपना एक अभिन्न मित्र खो दिया है. वहीं, अन्य भाजपा नेताओं ने भी प्रवीण शर्मा के निधन पर दुख जताया है.
प्रवीण शर्मा को कभी नहीं भुलाया जा सकता: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने प्रवीण शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि प्रवीण शर्मा भाजपा के लिए एक मजबूत नेतृत्व थे. उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनावों में चुनाव अभियान प्रमुख के रूप में कार्य किया था. नड्डा ने कहा कि उन्होंने हमेशा अपने निर्वाचन क्षेत्र और राज्य के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी. उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता. वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी प्रवीण शर्मा को याद कर दुख जताया.