शिमला: प्रदेश में कोरोना की वजह से कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाया गया है. इसकी वजह से प्रवासी मजदूरों को राशन और खाने की दिक्कतें आ रही हैं. उनकी मदद के लिए अब सूद सभा भी अपना सहयोग कर रही है. सूद सभा ने गुरुवार को प्रवासी मजदूरों के साथ ही गरीब लोगों को राशन वितरित किया.
सभा की ओर से शिमला में रह रहे प्रवासी मजदूर जिनके पास राशन की कमी है और पैसे भी नहीं हैं, उन्हें राशन बांटा गया. काफी संख्या में प्रवासी मजदूरों को सभा के सदस्यों ने चावल, आटा और दालें वितरित की.
शहर में इस तरह के प्रवासी मजदूरों की सहायता करने के लिए और उन्हें राशन और खाना मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन ने सभी सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं से अपील की थी कि वह इन लोगों को खाने के साथ ही राशन भी दें.
जिला प्रशासन का कहना था कि यह लोग भी कोरोना से इस लड़ाई को लड़ने में अपना सहयोग तभी दे सकेंगे जब इन प्रवासी मजदूरों के पास खाना होगा और खाना ना होने की वजह से घरों से बाहर निकलकर यह लॉकडाउन नहीं तोड़ेंगे.
इसी अपील पर सूद सभा भी अपना सहयोग देने के लिए आगे आई है और उन्होंने प्रवासी मजदूरों की सहायता की जिससे कि है लोग यहां आराम से रह सके और खाना खा सकें. सूद सभा के अध्यक्ष संजय सूद ने कहा कि कोरोना कि संकट की घड़ी में शिमला में रह रहे बहुत से प्रवासी मजदूर ऐसे हैं जिनकी दिहाड़ी नहीं लग पा रही है. ऐसे में इन लोगों के पास खाने के लिए खाना नहीं है और वहीं राशन खरीदने के लिए पैसे भी नहीं हैं.
इसी को देखते हुए सूद सभा में आज ऐसे प्रवासी लोगों को राशन वितरित किया है और जब तक यह स्थिति बनी रहेगी तब तक सभा इन प्रवासी मजदूरों के सहायता के लिए यह कार्य करती रहेंगी. उन्होंने कहा कि अन्य सामाजिक संस्थाएं भी इस तरह का कार्य कर रही है.
उन्होंने लोगों से से अपील की है कि इस संकट के समय में इस तरह के लोगों की सहायता करें जिससे कोरोना को हराने के लिए जो जंग लड़ी जा रही है उसमें किसी तरह का कोई खलल ना पड़े और खाने की कमी के चलते लोग अपने घरों से बाहर न निकलें.
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