शिमला: आईटीबीपी के सेक्टर मुख्यालय शिमला (ITBP Sector Headquarters Shimla) के पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग-इन कार्यक्रम राजभवन में आयोजित किया गया. इस मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कहा कि इस तरह के अभियान न केवल सैनिकों में नेतृत्व, जुड़ाव, अनुशासन और आत्मविश्वास का विकास करते हैं बल्कि अनिश्चित और महत्वपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता भी बढ़ाते हैं.
राज्यपाल ने कहा कि पर्वतारोहण अभियान पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में किए गए विभिन्न राहत और बचाव कार्यों और भारत-तिब्बत सीमाओं की अखंडता की रक्षा के लिए आईटीबीपी की सराहना की. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान कठिन और दुर्गम परिस्थितियों में उत्कृष्ट सेवाएं दे रहे हैं और हम सभी को उन पर गर्व है. राज्यपाल ने कहा कि आईटीबीपी का एक गौरवशाली अतीत है, जिसे युवा पीढ़ी को जानना चाहिए.
बता दें कि एक 28 सदस्यीय दल 6794 मीटर ऊंची ग्या चोटी पर पहुंचने में सफल रहा. इस चोटी को चढ़ने की दृष्टि से सबसे कठिन और तकनीकी चोटियों में से एक माना जाता है. इस दल को 24 जुलाई 2021 को आईटीबीपी के क्षेत्रीय मुख्यालय शिमला के डीआईजी प्रेम सिंह (Shimla DIG Prem Singh) ने झंडी दिखाकर रवाना किया था. यह दल 24 जुलाई, 2021 को चुमार के लिए रवाना हुआ और कठिन और दुर्गम मार्ग के बाद 12 अगस्त, 2021 को इस दल ने शिखर को फतह किया.