शिमला: हवाई मार्ग से हिमाचल आने-जाने वाले लोगों को बड़ी सुविधा मिलने वाली है. प्रदेश में पांच हेलीपोर्ट 30 नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएंगे. 30 नवंबर को ही उड़ान-2 योजना (udaan-2 project) के तहत प्रदेश के पांचों हेलीपोर्ट पर पहली उड़ान पहुंचेगी. प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार शिमला, रामपुर, बद्दी, मनाली और मंडी के कंगनिधार हेलीपोर्ट लगभग पूरी तरह तैयार हैं.
सुरक्षा की दृष्टि से लगने वाली सुरक्षा नेट वियतनाम से शिमला पहुंच गई है और संजौली हेलीपोर्ट पर लगाई जा रही है. यह कार्य भी एक दो दिन में पूरा हो जाएगा. करीब 14 करोड़ की लागत से संजौली-ढली बाईपास पर हेलीपोर्ट (Heliport on Sanjauli-Dhali bypass) का निर्माण किया गया है. आपातकाल सेवा सहित सैलानियों की सहूलियत के लिए शिमला शहर के बीच हेलीपोर्ट बनाने का प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) प्रोजेक्ट की लगातार समीक्षा करते रहे हैं.
बता दें कि रामपुर और मंंडी के कंगनीधर हेलीपोर्ट को लेकर डीजीसीए ने सवाल उठाए गए थे कि यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए सार्वजनिक सुविधाएं विकसित नहीं की गई हैं. सुरक्षा, अग्निशमन प्रबंध सहित कई तरह के व्यवस्था संबंधी प्रश्न खड़े किए गए थे. बीते दिनों यहां हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिंग (successful helicopter landing) का ट्रायल भी हो चुका है. प्रदेश सरकार का राजधानी शिमला में अपना हेलीपोर्ट न होने से अभी सेना के अनाडेल मैदान में ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरता है.