शिमला: हिमाचल जेल विभाग की ओर से कैदियों के उत्पादों की एक प्रदर्शनी राजधानी शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर (Gaiety Theatre shimla) में लगाई गई है. मंगलवार को इस प्रदर्शनी का उद्घाटन जेल विभाग की एडीजी सतंवत अटवाल ने किया. इसमें न केवल कैदियों के बनाए उत्पादों का प्रदर्शन किया जा (Prisoners exhibition in shimla) रहा है, बल्कि उन्हें बेचा भी जा रहा है. कैदियों ने बेहतरीन उत्पाद तैयार किए हैं. प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को समाज से जोड़ने के लिए पुलिस विभाग द्वारा शुरू की गई 'हर हाथ को काम' पहल देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल बनी है. प्रदेश की विभिन्न जेलों में सजा काट रहे कैदियों के हुनर को तराशने के लिए भी ये पहल काफी मददगार साबित हुई है. यह प्रदर्शनी 14 जुलाई तक चलेगी.
लोगों को खूब भा रहे कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद, शिमला के गेयटी थियेटर में लगाई गई प्रदर्शन
शिमला के (Gaiety Theatre shimla) गेयटी थियेटर में हिमाचल जेल विभाग की ओर से कैदियों के उत्पादों की एक प्रदर्शनी लगाई गई है. इसमें न केवल कैदियों के बनाए उत्पादों का प्रदर्शन किया जा (Prisoners exhibition in shimla) रहा है, बल्कि उन्हें बेचा भी जा रहा है. प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को समाज से जोड़ने के लिए पुलिस विभाग द्वारा शुरू की गई 'हर हाथ को काम' पहल देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल बनी है. . पूरी खबर पढ़ें...
प्रदर्शनी के दौरान जेल विभाग की एडीजी सतंवत अटवाल (ADG Jail Satwant Atwal) ने कहा कि जेल विभाग द्वारा कैदियों के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य किए जा रहे है. हिमाचल प्रदेश की विभिन्न जेलों में केदियों द्वारा विभिन्न तरह के उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं और इसके माध्यम से उनकी अच्छी कमाई हो रही है. उन्होंने कहा कि इसके द्वारा कैदियों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि हो रही है. कैदियों को अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा को दिखाने का मौका मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जेलों में सजा काट रहे कैदियों के लिए कई तरह के कार्यक्रम शुरू किये गए हैं. जिससे कैदी सजा के दौरान भी अपने परिवार का पेट पाल सकें और खुद को समाज से जुड़ा हूं भी महसूस कर सकें.
उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी में सभी जिलों की जेलों में तेयार किये हुए विभिन्न प्रकार के बेकरी बिस्किट, चॉकलेट, बादाम, वुड व लोहे का फर्नीचर, कपड़े, सदरी, मोडल किचन सेट, महाराजा सोफा सहित कई वैरायटी लगाई गई हैं. अटवाल ने कहा कि 'हर हाथ को काम' पहल के तहत ही इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है और आगे भी समय-समय पर किया जाता रहेगा. बता दें कि प्रदशर्नी में कैदियों द्वारा बनाए गए सामान को लोग खूब पसंद कर रहे हैं और इनकी जमकर खरीदारी भी कर रहे हैं.