शिमला:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य पावर/2047 के ग्रैंड फिनाले के अवसर पर राष्ट्र स्तरीय बिजली महोत्सव समारोह की अध्यक्षता वर्चुअल माध्यम से की, जिसमें उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया और विभिन्न राज्यों के लाभार्थियों से सीधा संवाद भी स्थापित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर बिजली के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं का भी शिलान्यास किया. वहीं, राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन मंडी में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर ने की.
बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री, हिमाचल प्रदेश सुखराम चौधरी ने गेयटी थियेटर में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य पावर/2047 के ग्रैंड फिनाले के अवसर पर जिला स्तरीय बिजली महोत्सव समारोह की अध्यक्षता की. बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री, हिमाचल प्रदेश सुख राम चौधरी ने कार्यक्रम से पूर्व अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल प्रदेश में विद्युत उत्पादन की कुल क्षमता 27436 मेगावाट है, जिसमें से 10519 मेगावाट विद्युत स्त्रोतों का दोहन किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड द्वारा 25 लाख 74 हजार उपभोक्ताओं को 54 ईएचवी, 206 33केवी सब स्टेशन, 33540 ट्रांसफार्मर, 105488 सर्किट किलो मीटर लाइनों द्वारा सेवाएं दे रहा है.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिला शिमला में (Energy Minister Sukhram Choudhary) सौभाग्य स्कीम के अंतर्गत 971 लाभार्थियों को विद्युत कनेक्शन देने की के लिए 29 लाख 90 हजार रुपये व्यय किए गए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से बिना एनओसी से बिजली के कनेक्शन प्रदान किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में आज प्रदेश में सैकड़ों परियोजनाओं को शुरू किया गया है. प्रदेश में लोगों को आज 125 यूनिट फ्री बिजली प्रदान की जा रही है. वहीं, मंत्री ने कहा कि हिमाचल को 2030 तक ग्रीन स्टेट बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जिस पर काम शुरू कर दिया गया है.