शिमला: कोरोना संकट के दौर में पीएम मोदी के 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज के ऐलान के बाद बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आर्थिक पैकेज की जानकारी दी. पहली किश्त की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने MSME यानि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए करीब 3 लाख करोड़ से ज्यादा का पैकेज देने के ऐलान किया है. जिसके तहत देशभर के MSMEs को इस पैकेज से आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद है. हिमाचल प्रदेश के उद्योगों ने भी इस राहत पैकेज से उम्मीद लगाई है.
MSME के लिए 6 बड़े ऐलान
1. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम इकाइयों (MSME Units) के लिए 3 लाख करोड़ रुपये के ऋण की घोषणा की गई. जो बिना गारंटी के 4 साल के लिए दिया जाएगा. इसका फायदा 45 लाख MSME इकाइयों को मिलेगा.
2. तनाव वाली MSMEs के लिए 20 हजार करोड़ के लोन का प्रावधान. जिसका फायदा 2 लाख इकाइयों को होगा
3. फंड ऑफ फंड्स के जरिए MSMEs के लिए 50 हजार करोड़ रुपये इक्विटी इंफ्यूजन किया जाएगा. जो MSME बेहतर और विस्तार करने वाली हैं लेकिन सुविधाओं का अभाव है. उनका आकार और क्षमता बढ़ाने के लिए फंड ऑफ फंड्स का प्रावधान
4. MSME की परिभाषा बदली गई- एक करोड़ रुपये तक के निवेश करके पांच करोड़ रुपये तक कारोबार करने वाले उद्योग सूक्ष्म उद्योग, 10 करोड़ तक का निवेश करके 50 करोड़ रुपये तक कमाने वाली कंपनियां लघु उद्योग में आएंगी और 20 करोड़ का निवेश और 100 करोड़ का लाभ कमाने वाले उद्योग मध्यम इकाई के तहत आएंगे
5. स्वदेशी या लोकल को बढ़ावा देने के लिए 200 करोड़ से कम के टेंडर ग्लोबल को नहीं बल्कि MSME को दिए जाएंगे.