शिमला: प्रदेश में टेली-परामर्श की सफलता का अंदाजा इसी बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हिमाचल के 722 स्वास्थ्य उप केंद्र और 509 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 14 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इस सेवा से जुड़ चुके और लोगों को टेली कंसल्टेशन सेवाएं प्रदान कर रहे है. प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में मौजूद विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मेडिसिन, स्त्री रोग, शिशु चिकित्सा, हड्डी रोग, मनोचिकित्सा, हृदय रोग, स्नायु तन्त्र और त्वचा रोग के संबंध में विशेषज्ञ सलाह दी जा रहा है. अब तक इस पोर्टल के माध्यम से 86 हजार 607 मरीजों को 1,10,000 से अधिक टेली-परामर्श प्रदान किए जा चुके हैं.
प्रदेश सरकार ने मार्च, 2020 से टेली मेडिसिन (telemedicine) सेवा शुरू की थी. प्रदेश में 31 मार्च, 2020 को ई-संजीवनी पोर्टल (e-Sanjeevani Portal) शुरू किया गया. इस पोर्टल का उद्देश्य अधिकतर स्वास्थ्य संस्थानों जैसे स्वास्थ्य उपकेन्द्र और प्राथमिक उपकेन्द्रों को विशेषज्ञ और उत्तम विशेषज्ञ सुविधाओं के साथ प्रदेश के स्वास्थ्य महाविद्यालयों के साथ जोड़ना है. इसके बाद से प्रदेश में कोई भी व्यक्ति पोर्टल पर पंजीकरण और टोकन प्राप्त करने के बाद टेली-परामर्श ले सकता है.
प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में बनाए गए टेली-परामर्श केंद्रों (tele-consultation centers) में चिकित्सकों को टेली-परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए तैनात किया गया है.इसमें ई-प्रिस्क्रिप्शन जनरेट करने का भी प्रावधान है, जो सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ-साथ निजी दवाई की दुकानों में भी मान्य है. अब तक इस पोर्टल के माध्यम से 5700 मरीजों को लगभग 4500 ई-ओपीडी टेली-परामर्श प्रदान किए जा चुके हैं. प्रदेश के लोग अब सभी कार्य दिवसों पर अपने मोबाइल फोन से या अपने नजदीकी स्वास्थ्य उप केंद्रों (एचएससी) या (पीएचसी) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में सुबह 9.30 बजे से शाम 4.00 बजे तक वर्चुअल टेली कंसल्टेशन (Virtual Tele Consultation) के माध्यम से चिकित्सकों से परामर्श प्राप्त कर सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान भारत सरकार के आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) कार्यक्रम के अन्तर्गत टेली-परामर्श सेवाएं शुरू की, ताकि आम लोग सामान्य जांच और पुरानी बीमारी के संबंध में, स्वयं महामारी से संक्रमित हुए बिना चिकित्सकों से परामर्श कर सकें. इस सेवा को भारत सरकार के ई-संजीवनी और ई-संजीवनी-ओपीडी पोर्टल पर शुरू किया गया.
प्रदेश के विभिन्न जिलों में अप्रैल, 2020 से 30 सितंबर, 2021 तक 4406 ई-ओपीडी परामर्श प्रदान किए गए, जिनमें जिला बिलासपुर में 735, चंबा में 171, हमीरपुर में 572, कांगड़ा में 888, किन्नौर में 28, कुल्लू में 123, लाहौल-स्पीति में 5, मंडी में 544, शिमला में 533, सिरमौर में 154, सोलन में 427 ओर ऊना में 226 लोग शामिल हैं. इस अवधि में लोगों को मेडिसिन के संबंध में 24,945, बाल स्वास्थ्य से संबंधित 12116, स्त्री रोग से संबंधित 12630, मनोचिकित्सा से संबंधित 10505, त्वचा रोग से संबंधित 10458, हड्डी रोग से संबंधित 3607, हृदय रोग से संबंधित 221, स्नायुतन्त्र से संबंधित 177 और इसके अतिरिक्त 36621 चिकित्सा संबंधित टेली-परामर्श प्रदान किए गए हैं.