शिमलाः हिमाचल के युवाओं के मुददों को उठाते हुए डीवाईएफआई राज्य इकाई ने फैसला लिया है कि प्रदेश में राज्य स्तरीय सदस्यता अभियान चलाया जाएगा. ये अभियान पूरे प्रदेश में 31 अगस्त से 30 सितंबर तक चलाया जाएगा. इसकी जानकारी डीवाईएफआई राज्य कमेटी अध्यक्ष अनिल मनकोटिया ने दी.
इस दौरान डीवाईएफआई राज्य कमेटी अध्यक्ष अनिल मनकोटिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में महामारी से पहले 14 लाख पढ़े लिखे बेरोजगार कार्यालय में पंजीकृत हैं. वहीं, महामारी के बाद 5 लाख लोगों का रोजगार खत्म हो चुका है और यह सारे लोग बेरोजगार होकर घरों में बैठने के लिए मजबूर हो चुके हैं. इस बेरोजगारी के चलते इनके लिए परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
मनकोटिया ने कहा कि यह वो आंकड़े हैं जो कहीं न कहीं पंजीकृत बेरोजगारों में आते हैं. इसके अलावा भी कोरोना महामारी के चलते निजी बसों में कार्यरत चालक परिचालक, टैक्सी ड्राइवर, टूरिस्ट गाइड, कोचिंग सेंटर, होटल मजदूर, घोड़ा चालक अन्य दूसरे असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले बहुत सारे लोग जो कहीं भी पंजीकृत नहीं हैं. उनका भी रोजगार खत्म हुआ है. उन्होने कहा कि पंजीकृत और गैर पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या को जोड़ा जाए तो ये आंकड़ा 25 लाख के पार चला जाता है.
अनिल मनकोटिया ने कहा कि बेरोजगार अपने परिवार की गुजर बसर को लेकर मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप आत्महत्या करने वाले बेरोजगार युवाओं का आंकड़ा हर रोज बढ़ता जा रहा हैं.