शिमला:राजधानी शिमला में दशहरा पर्व बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया. ऐतिहासिक जाखू मंदिर के परिसर में दशहरा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी सी. पालरासु ने रावण के पुतले को आग लगाई. इस बार रावण को जलाने के लिए रिमोट का इस्तेमाल नहीं किया गया. पिछले करीब पाच सालों में रावण के पुतले को रिमोट से जलाया जाता था और हर बार मुख्यमंत्री रावण के पुतले को आग लगाते थे. लेकिन इस बार मुख्य चुनाव अधिकारी सी. पालरासू ने रावण के पुतले को आग लगाई.
जाखू मंदिर कमेटी द्वारा, इस बार रावण का पुतला 30 फुट, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले 25 फुट के बनाये गए थे. जाखू मंदिर समीति के ट्रस्टी ने बताया कि जाखु मंदिर परिसर में विजयदशमी के अवसर पर मुख्य चुनाव अधिकारी सी. पालरासु द्वारा पुतले का दहन किया गया. इस दौरान काफी संख्या में लोग जाखू मंदिर में रावण दहन को देखने के लिए पहुंचे थे.
इस बार रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले के मुंह पर मास्क लगाया गया था. इस दौरान लोगों में काफी जोश और उत्साह देखा गया. वहीं, जिला प्रशासन की ओर से रावण दहन के लिए पहले ही पूरा प्लान तैयार किया गया था.
दशहरे के अवसर पर जाखू मंदिर के लिए चली अतिरिक्त टैक्सियां
दशहरा पर्व पर जाखू मंदिर परिसर में काफी तादाद में लोग आते हैं. ऐसे में लोगों को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा यातायात की उचित व्यवस्था की गई थी. इसके लिए रिट्ज, संजौली और छोटा शिमला से मंदिर परिसर के लिए अतिरिक्त टैक्सियां चलाई गईं. वहीं निजी वाहनों को पार्क करने की भी उचित व्यवस्था कि गई थी. सुरक्षा के लिहाज से मंदिर समिति की ओर से वैकल्पिक रूट भी रखा गया था.