शिमलाः प्रदेश में मानसून शुरू हो चुका है. ऐसे में जलजनित रोग फैलने का ज्यादा खतरा बना रहता है. इसलिए बरसात के दिनों में इन रोगों से बचने के लिए एहतियात बरतने बेहद जरूरी है. हर साल जल जनित रोगों के कारण दर्जनों लोगों मौत हो जाती है. बरसात के समय सावधानी बरतने और रोगों से बचने के लिए चिकित्सक सलाह देते हैं.
बरसात में इन बीमारियों के फैलने का खतरा
बरसात में जलजनित रोग में मुख्यता, पीलिया, स्क्रब टाइफस, कॉलरा, टाइफाइड, डेंगू इत्यादि फैलने का खतरा बना रहता है. प्रदेश में प्रतिवर्ष बरसात में मुख्यता डेंगू और स्क्रब टाइफस जानलेवा बन जाते है.
स्क्रब टाइफस के लक्षण
स्क्रब टाइफस में मरीज को तेज बुखार, जिसमें 104 से 105 तक रहता है, जोड़ो में दर्द और कंपकपाहट के साथ बुखार शरीर में ऐंठन शरीर का टूटना जबकि अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू कूल्हों के नीचे गिल्टियों का होना है. वहीं, 2018 के आंकड़ों के मुताबिक 1400 के करीब प्रदेश में मामले सामने आए थे, जबकि इससे 20 लोगों मौत हुई थी.
वहीं, 2019 में 1000 के करीब मामले सामने आए और 12 मौत हुई थी. साथ ही जिला में एक डेंगू का मामले भी सामने आए था. हालांकि डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई थी. पीलिया के भी दर्जनों मामले सामने आए थे.