शिमला: हिमाचल पुलिस में कार्यरत महिला पुलिसकर्मी साधारण समय में भी अपनी ड्यूटी कर्तव्य से निभाते हैं, लेकिन जब जान पर बन आती है तब भी वह अपनी ड्यूटी बखूबी निभाती हैं. इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2 महिला पुलिसकर्मियों ने दुर्घटना के दौरान भी अपनी ड्यूटी नहीं भूलीं और अस्पताल जाने से भी मना कर दिया. चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पंडोह (Chandigarh Manali National Highway Pandoh), मंडी के पास एचआरटीसी बस दुर्घटनाग्रस्त हाेने के दाैरान ड्यूटी निभाने के लिए डीजीपी ने दाे महिला कॉन्स्टेबल काे सम्मानित किया है.
SHIMLA: बेहतर ड्यूटी निभाने के लिए डीजीपी ने 2 महिला पुलिसकर्मियों को किया सम्मानित - women policemen in himachal
चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पंडोह (Chandigarh Manali National Highway Pandoh), मंडी के पास एचआरटीसी बस दुर्घटनाग्रस्त हाेने के दाैरान ड्यूटी निभाने के लिए डीजीपी ने दाे महिला कॉन्स्टेबल काे सम्मानित किया है. बस हादसे में कैदी महिला सहित दोनों महिला कॉन्स्टेबल (women policemen in himachal) बुरी तरह घायल हो गईं थी. बावजूद इसके उन्होंने ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया.
शिमला जिले की दो महिला कॉन्स्टेबल जिसमें समर हिल में तैनात कॉन्स्टेबल अंजू और एमसी जेल कंडा से कैदी ड्यूटी पर महिला थाने बीसीएस में तैनात कॉन्स्टेबल शीतल शामिल हैं. ये दाेनाें एक महिला कैदी के साथ बस में सवार होकर कुल्लू में स्थित अदालत में सुनवाई के बाद वापस शिमला आ रही थीं. बस हादसे में कैदी महिला सहित दोनों महिला कॉन्स्टेबल (women policemen in himachal) बुरी तरह घायल हो गईं.
बचाव प्रक्रिया के दौरान महिला कॉन्स्टेबलों को चिकित्सा सहायता के लिए अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस में वरीयता दी जा रही थी, लेकिन इन पुलिस अधिकारियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना कैदी काे छाेड़कर अस्पताल जाने से इनकार कर दिया और अपनी ड्यूटी को ज्यादा तरजीह दी. आखिरकार वे अपने साथ घायल महिला कैदी को लेकर अस्पताल गईं. इन महिला कॉन्स्टेबलों ने अपने कर्तव्य और मानव सेवा के प्रति वास्तविक समर्पण और समर्पण दिखाया है. डीजीपी संजय कुंडू ने दोनों महिला कॉन्स्टेबलों काे 500 रुपए का नगद इनाम दिया है.