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शिमला में देवभूमि क्षत्रिय संगठन का प्रदर्शन मामला, पुलिस ने 7 लोगों की फिर किया गिरफ्तार

शिमला में सवर्ण आयोग को लेकर हुए प्रदर्शन मामले में पुलिस ने देवभूमि क्षत्रिय संगठन के फिर 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इन सभी को कोर्ट के आदेशानुसार 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. इस मामले में अब गिरफ्तारियों की कुल संख्या 11 पहुंच गई है. पुलिस ने पहले देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था फिर उसके बाद सुन्नी से राजेंद्र नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था और अब 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

Devbhoomi Kshatriya organization in Shimla
शिमला में देवभूमि क्षत्रिय संगठन का प्रदर्शन मामला

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Published : Mar 20, 2022, 8:10 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में सवर्ण आयोग को लेकर हुए प्रदर्शन मामले में पुलिस ने देवभूमि क्षत्रिय संगठन के फिर 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें पवन कुमार निवासी देहोना संगड़ाह सिरमौर, देवेंद्र सिंह निवासी शामरा संगड़ाह सिरमौर, महेंद्र सिंह निवासी मंडेल कसौली जिला सोलन, दिनेश कुमार निवासी चढियार जिला सोलन, अमरचंद संजौली शिमला, महेंद्र कुमार निवासी कागूं जिला मंडी व विजय कुमार निवासी डुममी शिमला शामिल हैं.

इन सभी को कोर्ट के आदेशानुसार 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है. इस मामले में अब गिरफ्तारियों की कुल संख्या 11 पहुंच गई है. पुलिस ने पहले देवभूमि क्षत्रिय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया था फिर उसके बाद सुन्नी से राजेंद्र नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था और अब 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

गौर रहे कि देवभूमि क्षत्रिय संगठन पर उपद्रव मचाने, पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में दो मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें हत्या के प्रयास की धारा 307 भी लगाई गई है. दरअसल शिमला-कालका हाइवे पर तारा देवी में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसमें एएसपी सुशील समेत 4 जवान घायल हुए. इस पर बालूगंज पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 341, 353, 332, 307 और 147, 148, 149, 341, 188 आईपीसी एंड 3 के तहत दो मामले दर्ज किए हैं.

प्रदर्शकारियों के खिलाफ सार्वजनिक संपति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी बनाया गया है. प्रदर्शकारियों ने सरकारी तामझाम को ध्वस्त कर दिया था. धारा-144 लागू होने के बावजूद शहर में प्रदर्शन के दौरान पांच घंटे अराजकता जैसा माहौल रहा. प्रदेश भर से प्रदर्शनकारी राजधानी शिमला पहुंचे थे. प्रदर्शनकारियों ने खुफिया एजेंसियों और पुलिस की सारी रणनीति को फेल कर दिया. प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने शिमला में टूटीकंडी क्रॉसिंग पर रोक दिया था. मामले को लेकर पुलिस की जांच जारी है.

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