शिमला: हिमाचल में सेब उत्पादन के जनक सत्यानंद स्टोक्स को पद्मश्री दिलाने की मांग जोर पड़कने लगी है. राजधानी शिमला में शनिवार को जिला परिषद की बैठक में सत्यानंद स्टोक्स को पद्मश्री देने को लेकर बाकायदा प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजा गया.
बैठक में कोटगढ़ के भुट्टी वार्ड के सदस्य सुभाष कैंथला द्वारा सदन में ये प्रस्ताव लाया गया था. जिसे बैठक में सर्वसम्मति से पारित कर सरकार को भेजा गया. सुभाष कैंथला ने प्रस्ताव में कहा कि साल 1916 में सत्यानंद स्टोक्स ने अमेरिका से आकर कोटगढ़ की थानाधार पंचायत के बारूबाग में सेब का पहला बगीचा तैयार किया. इसके चलते शिमला की तकदीर बदली और आज हिमाचल की आर्थिकी में सेब का बहुत बड़ा योगदान है.
ऊपरी शिमला में सेब से लोगों को अच्छी कमाई हो रही है और ये सब स्टोक्स की देन है. लेकिन न तो केंद्र और न ही प्रदेश सरकार ने उनको सम्मान दिया. इसके अलावा उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में भी हिस्सा लिया और जेल भी गए. बावजूद इसके हर सरकार उन्हें नजरअंदाज करती आई है.
वहीं, उन्होंने शिमला के रिज मैदान पर सत्या नंद स्टोक्स की प्रतिमा लगाने और उनके जन्मदिन 16 अगस्त को एप्पल डे के रूप में मनाने की घोषणा करने की मांग भी उठाई. वहीं, जिला परिषद अध्यक्ष चन्द्र प्रभा नेगी ने कहा की सत्या नंद स्टोक्स को पद्मश्री दिलाने को लेकर सदन में सदन द्वारा प्रस्ताव लाया गया है. उसे पारित कर सरकार को भेज दिया गया है.