शिमला: हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में नशा मुक्ति केंद्र खोले जाएंगे. स्टेट लेवल का सेंटर सोलन जिला में खोला जाएगा. हिमाचल विधानसभा में ये जानकारी प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने दी. कांग्रेस विधायक आशीष बुटेल के सवाल के जवाब में यह जानकारी सामने आई.
आशीष बुटेल ने जानना चाहा था कि प्रदेश में कितने सरकारी व गैर सरकारी नशा मुक्ति केंद्र हैं. इस पर स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने बताया कि प्रदेश में 2 सरकारी व 77 गैर सरकारी नशा मुक्ति केंद्र काम कर रहे हैं. इसके अलावा 5 नशामुक्ति केंद्र सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की ओर से भी चलाए जा रहे हैं. सरकारी नशामुक्ति केंद्र में नशे के शिकार लोगों को निशुल्क इलाज प्रदान किया जाता है.
सदन में बताया गया कि ऐसी रिपोर्ट आई थी कि गैर सरकारी नशा मुक्ति केंद्रों (Rehabilitation Centers in Himachal) में प्रतिबंधित दवाओं का प्रयोग हो रहा है. इसके अलावा कई जगह मारपीट की घटनाएं भी सामने आई थी. ऐसे में अब स्टेट मेंटल हेल्थ अथॉरिटी की ओर से इन नशामुक्ति केंद्रों पर चैक रखा जा रहा है.
अनुपूरक सवाल में वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर ने कहा कि नशा मुक्ति केंद्र के साथ युवाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत रखने के लिए योग पर भी ध्यान दिया जाए. इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को भी डेढ़ साल पहले पत्र लिखा था. वहां से जवाब आया था कि आगामी कार्रवाई के लिए राज्य सरकार के साथ पत्राचार किया गया है. रामलाल ठाकुर ने पूछा कि पीएमओ से आए पत्र का क्या हुआ? जवाब में स्वास्थय मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि इस बारे में उनके पास जानकारी नहीं है.
वहीं, बैजनाथ के विधायक मुल्खराज प्रेमी के सवाल (प्राधिकृत अरुण कूका) पर मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि बैजनाथ खेल मैदान के लिए डीसी व एसडीएम के माध्यम से रिवाइज्ड एस्टीमेट भेजने को कहा है. खेलमंत्री ने बताया कि एस्टीमेट में जिस भूमि का किया गया है, उसका 30 प्रतिशत हिस्सा अतिक्रमण वाला है. ऐसे में बाकी बची भूमि का ही एस्टीमेट बनाकर डीसी व एसडीएम के माध्यम से भिजवाए गए हैं. उन्होंने बताया कि बीत 3 सालों में कोई भी धनराशि बैजनाथ में निर्मित खेल मैदान निर्माण के लिए जारी नहीं की गई है.