शिमला: राजधानी शिमला के रिज मैदान पर दौलत सिंह पार्क में अब फीस नहीं देनी पड़ेगी. नगर निगम की मासिक बैठक में फीस न लेने का फैसला लिया गया. दौलत सिंह पार्क में नगर निगम पर्यटकों और स्थानीय लोगों से 5 रुपये चार्ज करता था, लेकिन अब रिज पर बने इस पार्क में सैलानी व स्थानीय लोग निशुल्क जा सकेंगे. महापौर सत्या कौंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान शहर में विकास कार्यो की गति धीमी न हो, इसके लिए तीन टेंडर की अनिवार्यता शर्त खत्म कर दी गई. वित्त कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. अब तीन के बजाय दो टेंडर भी आते हैं तो भी इन्हें मंजूरी दे दी जाएगी. नियमों के तहत किसी भी काम के लिए तीन टेंडर का होना अनिवार्य है.
Daulat Singh Park Shimla Fee: दौलत सिंह पार्क में नहीं देनी होगी फीस, नगर निगम की मासिक बैठक में फैसला - Monthly meeting of MC Shimla
शिमला के रिज मैदान पर दौलत सिंह पार्क (Shimla Daulat Singh Park Fee) में नगर निगम पर्यटकों (Monthly meeting of MC Shimla) और स्थानीय लोगों से 5 रुपये चार्ज करता था, लेकिन अब रिज पर बने इस पार्क में सैलानी व स्थानीय लोग निशुल्क जा सकेंगे.
शहर में काफी समय से विकास कार्यों के लिए टेंडर भरने की संख्या कम (Shimla Daulat Singh Park Fee) आ रही है, इसलिए विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे. आने वाले दिनों में चुनाव हैं. ऐसे में चुनाव से पहले सभी पार्षद विकास कार्य करवाना चाहते हैं. इसलिए तीन टेंडर की शर्त को हटाकर दो कर दिया गया. निगम की मासिक बैठक में इस पर हरी झंडी दे दी गई. इन कार्यों को भी मिली मंजूरी. इसके अलावा निगम में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की दिहाड़ी पहली अप्रैल 2022 से बढ़ाने और डाटा आपरेटर को भी नया वेतन बढ़ाकर देने का फैसला लिया है. इससे निगम के 50 से ज्यादा कर्मचारियों को वित्तीय लाभ मिलेगा. नगर निगम की बैठक में समरहिल वार्ड के एमआइ रोड से चायली तक सड़क बनाने के लिए 32 लाख 71 हजार की राशि को मंजूरी मिली.
वहीं, कुसुम्पटी में अनसेफ पटवार सर्किल को गिराकर बनाने के लिए एक लाख 43 हजार (Monthly meeting of MC Shimla) की राशि मंजूर मिली. इसी तरह से टूटीकंडी में श्मशानघाट बनाने के लिए 11 लाख 56 हजार 400 रुपये की राशि भी मंजूरी को हरी झंडी मिली. नगर निगम शिमला की मासिक बैठक अंतिम मानी जा रही है. हालांकि नगर निगम का पांच साल का कार्यकाल 18 जून को समाप्त हो रहा है. अभी तक निगम चुनाव को लेकर स्थिति साफ नहीं है, इसके बावजूद यह तय है कि पार्षद अगली बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगे.