शिमला: कोरोना काल में सभी स्कूल बंद हैं. ऐसे में सभी विद्यार्थी ऑनलाइन ही पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन यह देखा गया है अधिकतर बच्चे इंटरनेट का मिस यूज कर रहे हैं. जिसके कई भयानक परिणाम हो सकते हैं. इसी को लेकर साइबर विभाग थाना शिमला ने एडवाइजरी जारी की है.
एडिशनल एसपी साइबर क्राइम नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि बच्चे इंटरनेट का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं. मगर इंटरनेट का कई बच्चे मिस यूज भी करने लगते हैं. यही नहीं कई बच्चे साइबर अपराध का भी शिकार हो रहे हैं. ऐसे में बच्चों पर निगरानी रखना बेहद जरूरी है.
साइबर पुलिस (Cyber Police) ने अभिभावकों को सलाह दी कि वे अपने बच्चों को भरोसे में लें और इंटरनेट की सेफ ब्राउजिंग और कंप्यूटर के उपयोग के बारे में उनके साथ खुली बातचीत करें. कंप्यूटर में कोई खोज फिल्टरिंग सॉफ्टवेयर या उपकरण लगाना भी सही नहीं है.
नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि परिजन सोशल मीडिया सुरक्षा पर खुद को भी शिक्षित करें और किशोरों के साथ वर्तमान खतरों और तस्वीरें/वीडियो ऑनलाइन पोस्ट के दुरुपयोग के दीर्घकालिक प्रभावों के बारे में खुली चर्चा करें. कंप्यूटर को खुली जगह पर रखें. एक नियम बनाएं कि जब बच्चे ऑनलाइन हों तो दरवाजे हमेशा खुले रहें.
नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि अगर आपको अपने बच्चे के बारे में गलत सामग्री मिलती है तो संबंधित सर्विस प्रोवाइडर या पुलिस से यथाशीघ्र संपर्क करें. अपने बच्चों को ऐसी साइट से तुरंत बाहर निकलने की सलाह दें जिनसे वे असहज या चिंतित महसूस कर रहे हों.
नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि माता-पिता को उन लोगों पर नजर रखनी चाहिए जिनके साथ उनके बच्चे बात कर रहे हैं और वे कौन सी साइट ब्राउज कर रहे हैं यह भी देखें. यह उनकी गोपनीयता पर अतिक्रमण नहीं है, बल्कि यह डिजिटल स्पेस में उनका पालन-पोषण करना है.