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माकपा ने केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना, गांव-गांव जाकर कार्यकर्ता पार्टी के लिए मांग रहे वोट

डॉ. ओंकार शाद का कहना है कि पीएम मोदी ने 2014 में जो वादे देश के किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों, महिलाओं व दलितों से किये थे. उन वादों को पूरा करने में सरकार पूरी तरह से विफल रही है. प्रदेश सरकार भी नव उदारवादी नीतियों को लागू कर रही है.

गांव-गांव जाकर कार्यकर्ता पार्टी के लिए मांग रहे वोट

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Published : Apr 16, 2019, 8:04 AM IST

रामपुर बुशहर: लोकसभा चुनाव के लिए कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने हिमाचल में सिर्फ एक सीट पर अपना प्रत्याशी उतारा है. मंडी सीट से दलीप सिंह कायथ प्रत्याशी है. पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में जुट गए है.

लोकसभा उम्मीदवार दलीप सिंह कायथ के गांव जगूणी (रामपुर) में चुनाव प्रचार के दौरान राज्य सचिव डॉ. ओंकार शाद ने कहा कि आज बच्चों को सरकारी स्कूल व अपना गांव छोड़ कर बाहर का रुख करना पड़ रहा है. निजी स्कूलों द्वारा भारी फीस वसूली जा रही है. प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है. जिसके लिए सभी को एक होना पड़ेगा.

डॉ. ओंकार शाद ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने 2014 में जो वादे देश के किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों, महिलाओं व दलितों से किये थे. उन वादों को पूरा करने में सरकार पूरी तरह से विफल रही है. उन्होंने कहा कि यह सरकार मंहगाई को कम करने मे भी असफल रही है.

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देश में बेरोजगारी बढ़ रही है जबकि इस सरकार ने हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था. वहीं, दूसरी तरफ किसानों को फसल की लागत के ऊपर डेढ़ गुणा दाम देने का वादा इस सरकार ने किया था परंतु आज तक सरकार ने इसे लागू नहीं किया है.

राज्य सचिव ने प्रदेश की जयराम सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश सरकार भी नव उदारवादी नीतियों को लागू कर रही है. आज प्रदेश के सरकारी विभागों में हजारों पद खली पड़े हैं. नई भर्ती नहीं हो रही है जिससे कि प्रदेश मे भी बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है. शिक्षा संस्थानों में अध्यापक नहीं है. जिससे कि बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल रही है. हॉस्पिटल में डॉक्टर नहीं हैं, सड़कों की हालत दयनीय बनी हुई है.

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