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अपनी जिद के लिए देश की जनता को लाइन में लगाने पर तुले हैं मोदी-शाह: पवन खेड़ा - कांग्रेस नेशनल प्रवक्ता पवन खेड़ा

राजधानी शिमला में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मीडिया से बात करते हुए पवन खेड़ा ने नागरिकता संशोधन कानू और एनआरसी को लेकर गृहमंत्री अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम और गृहमंत्री देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.

Congress leader pawan kheda said that Modi-Shah is bent on putting the people of the country in line
शिमला में मीडिया को संबोधित करते पवन खेड़ा.

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Published : Dec 30, 2019, 6:36 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला में एनआरसी और सीएए को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान पवन खेड़ा ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर जमकार जुबानी हमला बोला. बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी जिद के लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह देश की जनता को लाइन में लगाने पर तुले हैं.

पवन खेड़ा ने कहा कि एनआरसी को लेकर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं. गृह मंत्री संसद में खड़े होकर एनआरसी लाने की बात करते हैं. वहीं, पीएम मोदी दिल्ली के रामलीला मैदान में खड़े होकर एनआरसी लाने की बात कर रहे हैं. अब सच कौन बोल रहा है, ये पीएम मोदी को देश की जनता से स्पष्ट करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर नागरिकता बिल में संशोधन सहन नही किया जाएगा. बीजेपी सरकार को श्रीलंका, बर्मा और नेपाल के हिंदुओं की चिंता क्यों नहीं है. सरकार प्रताड़ित हिन्दूओं को यहां पनाह दे, लेकिन संविधान की मूल भावनाओं से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

गृहमंत्री अमित शाह को इतिहास की जानकारी नहीं है भारत का विभाजन कांग्रेस ने नहीं बल्कि हिन्दू महासभा के सावरकर और मुस्लिम लीग के नेता जिन्ना के कारण हुआ है. सावरकर ने पहले धर्म के आधार पर विभाजन करने की मांग उठाई थी. बाद में धर्म के आधार पर पाकिस्तान बना और हिन्दू धर्म निरपेक्ष्य देश बना है और ये अमित शाह झूठला नहीं सकते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आज नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ कांग्रेस ही नहीं देश की जनता भी विरोध कर रही है. लोगों को एनआरसी का भय दिखाया जा रहा है. नागरिकता को साबित करने के लिए लाइनों में लगाने की तैयारी की जा रही है. एनआरसी में मां-बाप कहां पैदा हुए उसका सबूत मांगा जा रहा है, जबकि ये संभव नहीं है.

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