शिमला:शहर में लोगों को सुविधा देने के लिए नगर निगम द्वारा रानी झांसी पार्क में पैथोलॉजी लैब शुरू की गई (MC Shimla Lab) है. जिसका उद्घाटन 25 मई को शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा किया गया था, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक इस लैब में टेस्ट की सुविधा शुरू नहीं हो पाई है. हैरानी की बात है कि अभी तक लैब के अंदर मशीनें भी नहीं लगाई गई है और इस लैब का नगर निगम द्वारा चुनावों के मद्देनजर आनन-फानन में उद्घाटन करवाया गया है.
वहीं, कांग्रेस पार्षद इंद्रजीत सिंह ने भी लैब को अभी तक प्रयोग में न लाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. साथ ही नगर निगम चुनावों को देखते हुए आधी अधूरी लैब का उद्घाटन करने के आरोप लगाए हैं. पार्षद इंद्रजीत सिंह ने कहा कि शिमला शहर के लोगों की सुविधा के लिए पहले टाउन हॉल में लैब चलाई जा रही (Inderjeet Singh on MC Shimla Lab) थी, लेकिन पिछले 5 सालों से वह बंद पड़ी थी. वहीं अब दोबारा से यह रानी झांसी पार्क में खोली गई है. इसके लिए एसजेवीएनएल द्वारा 35 लाख दिए गए हैं. कुछ राशि स्मार्ट सिटी से लगाई गई है.
उद्घाटन के 15 दिन बाद भी नहीं शुरू हो पाई नगर निगम लैब कांग्रेस पार्षद ने कहा कि 25 मई को इसका उद्घाटन शहरी मंत्री द्वारा किया गया है. लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी यह लैब शुरू नहीं हो पाई (MC SHIMLA LAB NOT STARTED YET) है. इस लैब में कुछ मशीनें तो लगाई गई है, लेकिन अधिकतर मशीनें अभी तक स्थापित नहीं की गई है. जिसके चलते लोगों को इस लैब का फायदा नहीं मिल पा रहा है और लोग उनसे सवाल कर रहे हैं कि यह लैब क्यों नहीं शुरू हो पाई. उन्होंने कहा कि यदि यह लैब अभी तक पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं हुई थी तो इतनी जल्दी में इसका उद्घाटन क्यों करवाया गया. उन्होंने नगर निगम प्रशासन से जल्द ही इस लैब को शुरू करने की मांग की है.
लैब में 24 तरह के होंगे टेस्ट:शिमला वासियों की सुविधा के लिए नगर निगम द्वारा बनाई गई इस लैब में 24 तरह के टेस्ट करवाने की सुविधा दी जानी है. लैब में लिपिड प्रोफाइल, एलएफटी, कंप्लीट हेमोग्राम, कैंसर से जुड़ा बीटीसीटी टेस्ट, यूरिक एसिड, विडाल टेस्ट जैसे दो दर्जन टेस्ट की सुविधा मिलेगी. अलग-अलग टेस्ट की कीमतें 25 रुपये से लेकर 100 रुपये तक है.
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