शिमलाःहिमाचल प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों को अपनी जीवनदायिनी एंबुलेंस मिल गयी है. गुरुवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आईजीएमसी से इन एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया.
आईजीएमसी के पास अपनी एंबुलेंस
जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि अब किसी भी मरीज को आईजीएमसी से पीजीआई रेफर किया जाएगा तो उसे भटकने की जरूरत नही होगी. आईजीएमसी के पास अपनी एंबुलेंस होगी. उन्होंने कहा कि पिछले बजट में प्रावधान किया था कि सभी मेडिकल कॉलेज के पास अपनी एम्बुलेंस हो, जिससे मरीज को रेफर करने में आसानी हो. उन्होंने कहा कि हांलाकि ये सुविधा काफी पहले से होने चाहिए थी, लेकिन अब मिल गयी है तो इससे मरीजों को लाभ मिलेगा.
6 जीवनदायिनी एंबुलेंस शुरू
हिमाचल में यह पहली बार 6 जीवनदायिनी एंबुलेंस चलाई जा रही है. यह एंबुलेंस प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज चंबा, नेरचौक, हमीरपुर, आईजीएमसी, टांडा, नाहन को एक-एक दी गयी है. ताकि स्वास्थ्य सुविधाएं और ज्यादा सुदृढ़ हो सके.
एंबुलेंस की यह होगी खासियत
एंबुलेंस की यह खासियत होगी कि इसमें सारी सुविधा उपलब्ध होगी. एंबुलेंस में एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट, वेंटिलेटर व ऑक्सीजन सहित अन्य चीजें उपलब्ध होगी. इस एंबुलेंस से सबसे ज्यादा फायदा यह होगा कि प्रदेश के विभिन्न जगहों से गंभीर मरीजों को आईजीएमसी पहुंचाना आसान होगा.
आईजीएमसी से पीजीआई पहुंचाना आसान
बता दें कि प्रदेश में जो एंबुलेंस चलाई जा रही हैं, उसमें ट्रांसपोर्ट एंबुलेंस, वेंटिलेटर व अन्य सुविधा उपलब्ध नहीं है. जीवनदायिनी एंबुलेंस हिमाचल में पहली बार चलाई जा रही है. इस एंबुलेंस से आईजीएमसी से पीजीआई चंडीगढ़ भी मरीजों को ले जाना आसान होगा.
प्रत्येक एंबुलेंस की किमत 40 लाख
सरकार की ओर से यह सुविधा आम जनता को ध्यान में रखते हुए उपलब्ध करवाई जा रही है. प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों को ये एंबुलेंस दी गई है. बता दें कि यह एंबुलेंस मेडिकल कॉलेज के एमएस के अंडर रहेगी. जीवनदायिनी एंबुलेंस काफी मंहगी है. प्रत्येक एंबुलेंस की किमत 40 लाख बताई जा रही है.
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