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पौधों को श्रम के पसीने से सींचती हैं सीएम जयराम की मां, बागीचे में रोपी रेड लव सेब की पौध

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Published : Feb 17, 2020, 4:55 PM IST

Updated : Feb 17, 2020, 5:34 PM IST

सीएम जयराम की मां ब्रिकमू देवी अभी भी सादगी के साथ खेत-बगीचों में पसीना बहाती हैं. कुछ समय पहले उन्हें शिमला के प्रगतिशील बागवानों से सेब की विदेशी किस्म रेडलम सरीन की जानकारी मिली तो वे उस किस्म को अपने बागीचे में लगाने के लिए उत्सुक हो गईं.

CM Jairam Thakur mother sows redlam gala apple
सीएम जयराम ठाकुर मां

शिमला: वीवीआईपी तामझाम से घिरे सीएम जयराम ठाकुर बेशक इस समय हिमाचल के राजनीतिक आकाश में चमक रहे हैं, लेकिन उनकी मां ब्रिकमू देवी अभी भी भरपूर सादगी के साथ खेत-बागीचों में पसीना बहाती हैं. ब्रिकमू देवी को सेब उत्पादन का खूब शौक है.

कुछ समय पूर्व उन्हें शिमला के प्रगतिशील बागवानों से सेब की विदेशी किस्म रेड लव सरीन की जानकारी मिली तो वे उस किस्म को अपने बागीचे में लगाने के लिए उत्सुक हो गईं. उन्होंने शिमला के बागवान परिवार से संबंध रखने वाले युवा मनोज चौहान से विदेशी किस्म के सेब के पौधों को अपने गांव तांदी में लगाने का अनुरोध किया. अस्सी साल की आयु में भी खेत-बागीचों का काम खुद संभाल रहीं सीएम जयराम ठाकुर की मां ब्रिकमू देवी ने रविवार को बागीचे में रेड लव किस्म के सेब का पौधा लगाया.

उन्हें बागवानी में गहरी रुचि है. शिमला जिला की कोटखाई तहसील के बखोल ग्राम निवासी संजीव चौहान, मनोज चौहान व राजेंद्र पिरटा ने सीएम जयराम ठाकुर के तांदी गांव स्थित बागीचे में रेड लव, ग्रेनी स्मिथ व हनी क्रिप्स नामक विदेशी किस्म के सेब के पौधे लगाए. सीएम की मां ने इन पौधों को यहां लगाने का आग्रह किया था. ब्रिकमू देवी ने शिमला से आए मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें पौधों की कीमत देने की पेशकश की.

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इस पर संजीव चौहान व उनके साथियों ने विनम्रता से मना कर दिया. इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर के भाई वीर सिंह ठाकुर भी मौजूद थे. संजीव चौहान ने सेब उत्पादन पर अपनी लिखी पुस्तक द एप्पल ब्लूम भी वीर सिंह ठाकुर को भेंट की. संजीव चौहान हिमाचल के जाने-माने युवा बागवान हैं और उन्हें सेब उत्पादन में राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के कई पुरस्कार मिल चुके हैं. संजीव चौहान ने बताया कि सीएम जयराम ठाकुर की माताजी व अन्य परिवारजन सादगी से रहते हैं और अपने खेत-बागीचों में खूब मेहनत करते हैं.

यहां बता दें कि सीएम की माताजी अस्सी साल की आयु में भी खेत-बागीचों का काम खुद संभालती हैं. यहां तक कि चूल्हे के लिए जलावन की लकडिय़ां भी काटती हैं. सत्ता की चकाचौंध से दूर वे सादगी से रहती हैं और श्रम में विश्वास रखती हैं. ब्रिकमू देवी ने रेड लव किस्म का सेब पौधा लगाने की सारी प्रक्रिया में खुद हिस्सा लिया. गड्ढे खोदने से लेकर पौधे को पानी में रखने व रोपने की सारी प्रक्रियाओं का उन्हें ज्ञान है.

ब्रिकमू देवी की सादगी का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि वे जयराम ठाकुर के मुख्यमंत्री बनने के बाद शिमला भी नहीं आई हैं. वे एक बार स्वास्थ्य चैकअप के लिए मंडी अस्पताल गई थीं, तो सामान्य मरीजों की तरह लाइन में खड़ी हो गईं. ब्रिकमू देवी का मानना है कि उनके बेटे जयराम ठाकुर में भी सादगी व ईमानदारी के गुण हैं और वे प्रदेश की तन-मन से सेवा करेंगे.

दरअसल, युवा बागवान मनोज चौहान दिसंबर 2019 में एक कैंप के सिलसिले में मंडी गए थे. वहां उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर के गांव तांदी जाने की सोची. मनोज चौहान सोच रहे थे कि जयराम ठाकुर के गांव में स्थित घर में खूब सुरक्षा व्यवस्था होगी और उन्हें वहां जाने नहीं दिया जाएगा, लेकिन वे हैरान रह गए, जब ग्रामीण उन्हें सीएम के घर ले गए. वहां सीएम की माताजी ने उनका स्नेहपूर्ण स्वागत किया और जलपान करवाया.

जब ब्रिकमू देवी को मालूम हुआ कि मनोज चौहान बागवान हैं तो उन्होंने सेब की नई किस्मों के प्रति जिज्ञासा प्रकट की. मनोज चौहान ने उन्हें इटली की सेब किस्म रेड लव के बारे में बताया और वादा किया कि इस किस्म का पौधा यहां आकर लगाएंगे. इसी वादे को पूरा करने के लिए मनोज चौहान व उनके बड़े भाई संजीव चौहान अपने एक साथी राजेंद्र पिरटा के साथ तांदी पहुंचे और रेड लव का पौधा लगाया.

रेड लव किस्म की खासियत ये है कि इसका फल अंदर व बाहर से लाल होता है. इसकी पत्तियां भी लाल होती हैं और दिखने में ये सेब फल बहुत खूबसूरत होता है. उल्लेखनीय है कि जयराम ठाकुर की माताजी के आग्रह पर संजीव चौहान ने सीएम के शिमला स्थित सरकारी आवास ओकओवर में भी रेड लव का पौधा लगाया है.

Last Updated : Feb 17, 2020, 5:34 PM IST

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