शिमला:हिमाचल विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है. इसी बीच पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण से भारत सरकार और प्रदेश सरकार दृढ़ता के साथ निपट रही है. उन्होंने कहा कि जब ये वायरस प्रदेश में प्रवेश हुआ और दो मामले सामने आए उस वक्त प्रदेश में एक भी टेस्ट करने की सुविधा नहीं थी, लेकिन उसके बाद हम आगे बढ़े और अब प्रदेश में 5000 से अधिक लोगों के एक समय में टेस्ट किए जा सकते हैं.
सीएम ने कहा कि अभी तक प्रदेश में वेंटिलेटर की कुल संख्या 60 थी, लेकिन आज हिमाचल प्रदेश में 640 वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें से 500 वेंटिलेटर केंद्र सरकार की तरफ से हाल ही में दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि पूरी दुनिया के साथ हिमाचल प्रदेश में भी वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. दुनिया में कोरोना के कारण 9 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है. भारत में कोरोना के मामले दुनिया में दूसरे नंबर पर सबसे अधिक हैं, लेकिन कोरोना के कारण मृत्यु दर में भारत ने नियंत्रण पा लिया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आज कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना की स्थिति बेहद गंभीर है और कोरोना से ग्रसित लोगों की मृत्यु दर बेहद चिंताजनक बनी हुई है. हिमाचल प्रदेश में जितने केस एक्टिव हैं. उससे ज्यादा पंजाब में कोरोना से मौतें हुई हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना की सबसे कम मामले सामने आए हैं और लोगों की मौतें भी कम हुई हैं.
सीएम ने कहा कि विपक्ष की तरफ से नियम 67 के तहत चर्चा के लिए यह विषय लाया गया था और कोरोना पर चर्चा गंभीर रूप से होनी चाहिए थी, लेकिन विपक्ष के सदस्य कभी सड़कों का विषय बीच में ला रहे थे, तो कभी बिजली का इससे विपक्ष की गंभीरता को समझा जा सकता है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. लोग सामूहिक स्थानों पर इकट्ठे ना हो, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियम को लागू किया गया.