शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राइडर हटाने की घोषणा कर कर्मचारियों को बड़ी राहत प्रदान की है. अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ द्वारा आयोजित आभार कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पहली बार कर्मचारियों से इस प्रकार के आयोजन में मुलाकात (CM Jairam addressed the Non Gazetted Employees ) हो रही है. वर्तमान सरकार ने हमेशा कर्मचारियों का सहयोग दिया है और कर्मचारियों से सरकार का साथ भी दिया है.
सीएम ने कहा कि बड़ी संख्या में एकत्र कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तेज धूप में भी कर्मचारी शांति से बैठे हैं. उन्होंने कहा कि सवा चार साल के कार्यकाल में कर्मचारियों का पूरा सहयोग रहा है. देश भर में जनसंख्या के हिसाब से हिमाचल में कर्मचारियों का अनुपात सबसे अधिक है. उन्होंने कहा कि कोविड जैसे कठिन काल मे भी कर्मचारियों का सरकार को पूरा सहयोग मिला है. जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की योजनाओं को धरातल पर सफलतापूर्वक कर्मचारी ही उतारते हैं.
उन्होंने कहा कि कर्मचारी और सरकार के बीच अच्छा रिश्ता होना चाहिए. जहां भी कर्मचारियों को सरकार के सहयोग की आवश्यकता पड़ी वर्तमान सरकार साथ खड़ी हुई और जब भी सरकार को जरूरत पड़ी तो कर्मचारी सरकार के साथ आये. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोविड नहीं आया होता तो कर्मचारियों के हितों के लिए और भी बेहतर कार्य करते. उन्होंने कहा कि पहले के मुख्यमंत्री सामान्य परिस्थितियों में कर्मचारियों की सामान्य मांगों को पूरा करने में सफल नहीं हुए. पहले की सरकारें कर्मचारियों को नौकरी समझती थी कि हम आदेश देंगे और कर्मचारी करेंगे और अगर नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. जयराम ठाकुर ने कहा कि हमारा काम करने का तरीका ऐसा नहीं है. हम सबको सम्मान समझते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद कर्मचारियों की सैलेरी और पेंशन समय पर दी गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकांश कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान (Revised pay scale to employees in Himachal) दिया जा चुका है. उन्होंने कहा कि अभी तक के पिछले 6 पे कमीशन भाजपा की सरकारों ने ही कर्मचारियों को दिए हैं. इस पे कमीशन को जब लागू किया तो प्रत्येक कर्मचारी के 12 से 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. किसी भी कर्मचारी से रिकवरी नहीं कि गई है.