शिमलाः हिमाचल प्रदेश की बीजेपी पार्टी की कमान सुरेश कश्यप को सौंप दी गई है. बुधवार को नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष के अभिनंदन समारोह में बोलते हुए प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पार्टी साल 2022 के विधानसभा चुनावों में फिर जीत हासिल करेगी और एक बार फिर प्रदेश में सरकार बनाएगी.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सुरेश कश्यप की अध्यक्षता में पार्टी अपने आधार का विस्तार करेगी. बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में उभरी है और यह राज्य के लोगों के लिए सम्मान की बात है कि अनुसूचित जाति समुदाय का एक नेता आज राज्य में बीजेपी का नेतृत्व कर रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरेश कश्यप एक शिक्षित, साधारण और ईमानदार नेता हैं, जो राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और पार्टी को मजबूत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सुरेश कश्यप ने साल 2012 में पच्छाद में कांग्रेस के गढ़ को तोड़ा है.
उन्होंने कहा कि इससे पहले कांग्रेस ने लगातार सात बार यह सीट जीती है. उन्होंने कहा कि यही नहीं बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने शिमला संसदीय सीट पर लगभग 3.77 लाख मतों के रिकॉर्ड मार्जन से जीत दर्ज की है.
नेता प्रतिपक्ष सरकार पर लगा रहे आधारहीन आरोपः CM
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि नेता प्रतिपक्ष सरकार के खिलाफ आधारहीन और अनुचित आरोप लगाने में लगे हैं. उन्होंने उन्हें सलाह दी है कि पड़ोसी राज्य पंजाब की स्थिति की ओर भी एक नजर डालें, जहां कांग्रेस पार्टी का शासन है.
उन्होंने कहा कि पंजाब, राजस्थान और महाराष्ट्र की स्थिति भयावह है और इन सभी राज्यों में कांग्रेस पार्टी की सरकारों का शासन है. नेता प्रतिपक्ष को राज्य सरकार के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाने के बजाय इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को अपने राज्यों में कोविड-19 महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सलाह देनी चाहिए.
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस संकट के बावजूद सरकार राज्य में विकास कर रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि राज्य में कोविड-19 के मामले बढ़े हैं, लेकिन फिर भी स्थिति नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि सामुहिक प्रयासों से हम निश्चित रूप से इस स्थिति पर विजय पाएंगे.
इससे पहले मुख्यमंत्री नवनियुक्त राज्य बीजेपी अध्यक्ष के साथ राज्य बीजेपी कार्यालय गए और जहां अध्यक्ष सुरेस कश्यप ने अपना कार्यभार संभाला.
ये भी पढ़ें-सुरेश कश्यप ने संभाला भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पदभार, सीएम ने दी बधाई
ये भी पढ़ें-हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 30 फीसदी पाठ्यक्रम में कटौती को लेकर किया मंथन