हैदराबाद/शिमला: 7 फरवरी से शुरू हुए वैलेंटाइन वीक में तीसरे दिन यानी 9 फरवरी को चॉकलेट डे मनाया जाता है. इस दिन कपल्स एक दूसरे को प्यार से चॉकलेट गिफ्ट में देते हैं और अपने प्यार का इजहार करते हैं. यंग कपल्स में चॉकलेट डे का क्रेज काफी ज्यादा देखने को मिलता है. इस दिन चॉकलेट देकर कपल्स अपने प्यार का इजहार करते हैं. ऐसे में अगर आप दोनों को ही मीठा पसंद हैं और कुछ अच्छी यादें बनाना चाहते हैं तो इस दिन को सेलिब्रेट करना न भूलें.
क्यों मनाते हैं चॉकलेट डे?: चॉकलेट डे को वैलेंटाइन वीक के सबसे पसंदीदा दिनों में से एक माना जाता है. यह 9 फरवरी को मनाया जाता है और इस दिन हर उम्र के लोग एक-दूसरे को चॉकलेट देते हैं. चॉकलेट इस दिन आपके वैलेंटाइन के लिए कभी न खत्म होने वाले प्यार का प्रतीक है. लोग इस दिन चॉकलेट देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं.
चॉकलेट डे का इतिहास: माना जाता है (history of chocolate Day) कि सबसे पहले अमेरिका में 4 हजार साल पहले कोको का पेड़ देखा गया था. अमेरिका के जंगल में कोको के पेड़ की फलियों के बीज से चॉकलेट बनाई गई. दुनिया में सबसे पहले अमेरिका और मैक्सिको ने चॉकलेट पर प्रयोग किया था. शुरुआती दौर में चॉकलेट का स्वाद तीखा था. इस स्वाद को बदलने के लिए इसमें शहद, वनीला के अलावा दूसरी चीजें मिलाकर इसकी कोल्ड कॉफी बनाई गई. इसके बाद एक डॉक्टर सर हैंस स्लोन ने इसे तैयार कर पीने से खाने योग्य बनाया. इसे कैडबरी मिल्क चॉकलेट नाम दिया.
यूरोप में बदला था चॉकलेट का स्वाद:सन् 1828 में एक डच केमिस्ट कॉनराड जोहान्स वान हॉटन नाम के व्यक्ति ने कोको प्रेस नाम की मशीन बनाई. इस मशीन के जरिए चॉकलेट के तीखेपन को दूर किया गया. इसके बाद सन 1848 में ब्रिटिश चॉकलेट कंपनी जे.एर फ्राई एंड संस ने पहली बार कोको में बटर, दूध और चीनी मिलाकर पहली बार इसे सख्त बनाकर चॉकलेट का रूप दिया.