शिमला/चंडीगढ़: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS कांड में (Chandigarh University MMS Case) पुलिस की ओर से रोज नए खुलासे हो रहे हैं लेकिन इस बीच शिमला के रंकज वर्मा नाम के आरोपी (Rankaj Verma Shimla) के भाई पंकज वर्मा ने कई सवाल उठाए हैं. गौरतलब है कि रंकज को शिमला पुलिस ने पंजाब पुलिस को सौंपा था. लेकिन अब आरोपी रंकज के भाई ने सामने आकर इस मामले में कुछ सवाल उठाए (Accused Rankaj brother Pankaj on CU MMS case) हैं.
सन्नी को नहीं जानता रंकज-चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से छात्राओं के वीडियो लीक मामले में पंजाब पुलिस के सूत्रों के मुताबिक रंकज और सन्नी साथी हैं और दोनों ने आरोपी छात्रा पर वीडियो बनाने का दबाव बनाया था और बकायदा उसे ब्लैकमेल किया था. वहींरंकज के भाई पंकज के कहा कि मेरा भाई रंकज किसी सन्नी को नहीं जानता है. पंकज ने कहा कि अगर मेरा भाई सन्नी को जानता भी है और कहा जा रहा है कि सन्नी की तरफ से रंकज को वीडियो भेजी जाती थी तो ये बताया जाना चाहिए कि वो वीडियो किस नंबर पर भेजे जाते थे. क्योंकि सिर्फ जान-पहचान से ही कोई दोषी नहीं हो जाता.
रंकज के भाई पंकज की जुबानी रंकज की डीपी का हुआ इस्तेमाल-पंकज वर्मा के मुताबिक इस पूरे मामले में रंकज की डीपी का इस्तेमाल हुआ है. मामला सामने आने के बाद रंकज की फोटो वायरल हो गई. मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक रंकज की फोटो सर्कुलेट होने लगी और कहा जाने लगा कि इस लड़के को वीडियो भेजी गई या इसने वीडियो लीक की. लेकिन ये सब गलत है, रंकज का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है. अगर रंकज को वीडियो भेजे गए तो किस नंबर पर भेजे गए, पुलिस को ये बताना चाहिए.
डीपी वायरल होते ही हम थाने पहुंचे-पंकज के मुताबिक 18 सितंबर को जैसे ही रंकज की फोटो मीडिया और सोशल मीडिया पर सामने आई तो हम शिमला में ढली थाने पहुंचे और वहीं एक लिखित में शिकायत दी कि रंकज की एक फोटो वायरल हो रही है. ये सब कैसे हो रहा है इसकी जांच की जाए. क्योंकि रंकज का इस मामले से कोई-लेना देना नहीं है.
पंजाब पुलिस पर भरोसा है-पंकज ने कहा कि हमें पंजाब पुलिस की जांच पर भरोसा है और क्योंकि रंकज निर्दोष है इसलिये डीपी वायरल होते ही हम शिमला पुलिस के पास पहुंचे और वहां बैठे रहे. इसके बाद पंजाब पुलिस की टीम आई और रंकज को ले गई. हमने भागने का प्रयास नहीं किया, रंकज का फोन पंजाब पुलिस के पास है जिससे सब पता चल जाएगा कि वो निर्दोष है या दोषी. रंकज की डीपी से छेड़छाड़ हुई और फिर वायरल हो गई. इसकी जांच होनी चाहिए कि ऐसा क्यों किया गया.
मेरा भाई निर्दोष है लेकिन बदनाम हो रहा है-पंकज ने कहा कि मेरे भाई रंकज के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं है लेकिन रंकज की डीपी वायरल हुई और अब उसी एक तस्वीर की वजह से उसे ट्रोल किया जा रहा है. मीडिया और सोशल मीडिया पर उसे बदनाम किया जा रहा है, जैसे वही दोषी है.
लड़की से पूछो ऐसा क्यों किया-गौरतलब है कि इस मामले में सबसे पहले एक छात्रा को ही गिरफ्तार किया गया है, कहा गया कि इसी लड़की ने दूसरी लड़कियों के वीडियो कथित बॉयफ्रेंड सन्नी को भेजे थे. आरोपी रंकज के भाई पंकज ने कहा (Rankaj brother Pankaj on mms scandal) कि आरोपी लड़की या सन्नी ने किसे वीडियो भेजे और किस नंबर पर भेजे, इसका पता लगते ही सारी स्थिति साफ हो जाएगी. लेकिन सिर्फ एक डीपी की वजह से मेरा भाई बदनाम हो रहा है और फिलहाल पुलिस रिमांड पर (Chandigarh MMS Leak) है.
गौरतलब है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी वीडियो लीक मामले में पंजाब पुलिस ने छात्रा समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो फिलहाल 7 दिन की पुलिस रिमांड पर हैं. इनमें से दो आरोपियों को शिमला से हिरासत में लिया गया है. तीनों आरोपी शिमला के हैं, जिनसे पुलिस फिलहाल पूछताछ कर रही है. बताया जा रहा है कि जांच के लिए पंजाब पुलिस आरोपियों को शिमला भी ले जा (Chandigarh University Video Leak) सकती है.
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