शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के जन्मदिवस पर दिनभर ओक ओवर में जश्न का (Celebration at Oakover ) माहौल रहा. प्रदेश भर से ढोल नगाड़ों के साथ समर्थकों का सीएम आवास पहुंचने का सिलसिला चलता रहा. समर्थकों ने दिनभर सरकारी आवास ओक ओवर में नाटी डाली और जश्न मनाया. मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों के साथ नाटी भी डाली और समर्थकों द्वारा लाए केक भी काटे.
दिन शुरू होते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने जन्मदिवस (CM Jairam birthday ) पर पूजा-अर्चना की. सीएम के जन्मदिन पर पूरे प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. जगह-जगह पर केक काटे गए. मुख्यमंत्री के साथ धर्मपत्नी डॉ. साधना ठाकुर ने भी नाटी डाली. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ओक ओवर के बाद राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कई उद्घाटन किए.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्चुअल माध्यम से चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा, नागरिक अस्पताल चुआरी, चम्बा, दीन दयाल उपाध्याय शिमला, कमला नेहरू अस्पताल शिमला, क्षेत्रीय अस्पताल रामपुर और नागरिक अस्पताल रोहड़ू में 6.60 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित छः पीएसए संयंत्रों का लोकार्पण किया. इन छः संयंत्रों में से पांच पीएम केयर्ज के माध्यम से और एक सीएसआर के माध्यम से स्थापित किया गया है. उन्होंने 10 करोड़ रुपए की लागत से दो सी.टी. स्कैन मशीनों का भी लोकार्पण किया. इनमें से एक सी.टी. स्कैन मशीन सिरमौर जिले के नाहन चिकित्सा महाविद्यालय में और दूसरी चम्बा जिले के चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित हैं. दोनों मशीनों में 128 स्लाइस हैं, जिससे अधिक तीव्रता से बीमारी का सूक्ष्मता से निरीक्षण करने में सहायता मिलेगी. उन्होंने नाहन चिकित्सा महाविद्यालय के लिए आधुनिक तकनीक युक्त डिजिटल एक्स-रे मशीन का भी उद्घाटन किया.
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत तीन नए स्वास्थ्य कार्यक्रमों का भी शुभारम्भ किया. मिशन दृष्टि के (Mission Drishti Himachal) अन्तर्गत 6ठीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की आंखों की जांच की जाएगी और आवश्यकतानुसार उन्हें निशुल्क ऐनक प्रदान की जाएंगी. आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत स्कूल हेल्थ एण्ड वेलनेस प्रोग्राम के तहत दो अध्यापकों को प्रत्येक विद्यालय के लिए स्वास्थ्य और वैलनेस एम्बेसडर नियुक्त किया जाएगा और उन्हें किशोर अवस्था से जुड़े 11 विषयों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. ये एम्बेसडर प्रत्येक कक्षा के कम से कम दो विद्यार्थियों को हेल्थ एण्ड वैलनेस मैसेंजर के रूप में तैयार करेंगे. वर्तमान में यह कार्यक्रम प्रदेश के मंडी, कांगड़ा, ऊना, चम्बा और सिरमौर जिलों के 3017 स्कूलों में आरम्भ किया जा रहा है और बाद में इन्हें अन्य जिलों में भी आरम्भ किया जाएगा.