शिमलाः मोदी सरकार के मंत्रियों के पास इतनी महंगी कारें नहीं हैं जितनी हिमाचल प्रदेश भाजपा सरकार के मंत्रियों के पास हैं. केंद्र सरकार के सभी मंत्री सामान्य सरकारी गाड़ियों में सफर करते हैं, लेकिन हिमाचल की जयराम सरकार के मंत्री फॉर्च्यूनर कार से नीचे किसी गाड़ी में अपने पैर नहीं रखते हैं.
हिमाचल सरकार के हर मंत्री के पास अब फॉर्च्यूनर गाड़ी है. अब मंत्रियों का इन गाड़ियों से भी गुजारा नहीं हो रहा है. कैबिनेट मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर के लिए कोरोनाकाल में अब शिक्षा विभाग ने तीसरी एसयूवी गाड़ी खरीद कर दे दी है.
नई एसयूवी खरीदने के बाद मचे बवाल पर सफाई देते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि गाड़ी की खरीद प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी थी. जब सुरेश भारद्वाज शिक्षा मंत्री थे, उस समय उनके द्वारा प्रयोग की जा रही गाड़ी निर्धारित किलोमीटर का सफर पूरा कर चुकी थी. ऐसे में नई गाड़ी खरीदने की प्रक्रिया पहले से जारी थी. उन्होंने कहा कि एक गाड़ी के सहारे नहीं चला जा सकता. दूसरी गाड़ी की सख्त जरूरत थी. इसलिए इस गाड़ी खरीदी गई.
गोविंद ठाकुर ने ये भी कहा कि आज के दौर में जहां कई सुविधाओं सहित नई गाड़ियां उपलब्ध हैं. हमने निर्णय लिया कि केवल वही गाड़ी लेंगे जो मेड वाय इंडिया होगी. इसलिए अन्य सभी कंपनियों को छोड़ कर महेंद्रा या टाटा की गाड़ी खरीदने का ही फैसला लिया गया.