शिमला: अध्यापकों के खिलाफ दिए बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह बुरी तरह घिरते नजर आ रहे हैं. भाजपा ने इस बयान को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह उनकी ओछी राजनीति और घटिया मानसिकता का परिचय है. भाजपा की प्रदेश सचिव और शिमला से पूर्व महापौर कुसुम सदरेट ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने बीते दिनों सरकारी कर्मचारियों और अध्यापकों के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी की थी और कांग्रेस की सरकार आने पर पटक-पटक तबादले करने की धमकी दी थी.
सदरेट ने विक्रमादित्य सिंह द्वारा दिए गए बयान की जमकर निंदा की है. उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह कांग्रेस की सरकार बनने पर अध्यापकों और कर्मचारियों को तबादले की धमकी दे रहे हैं, जो उनकी ओछी राजनीति और घटिया मानसिकता का परिचय है. उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अब कांग्रेस में अलग-थलग हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में भी विक्रमादित्य सिंह प्रदेश में सीएम बनने के ख्वाब लेने लगे हैं. वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस में कोई बड़ा नेता नहीं होने के कारण विक्रमादित्य सिंह खुद को मुख्यमंत्री प्रत्याशी समझ रहे हैं.