शिमला: भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि प्रदेश में भी नेतृत्व का अभाव है. इनके पास न तो हिमाचल प्रदेश में नेता है और न ही राष्ट्रीय स्तर पर. उन्होंने कहा कि हालिया परिस्थितियों को देखते हुए कांग्रेस में नेतृत्व का यह दिवालियापन फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. प्रदेश प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि कांग्रेस केवल परिवारवाद के सहारे राजनीति करना चाहती है. अगर वीरभद्र सिंह जिंदा होते तो कांग्रेस की तरफ से इस प्रकार के दुर्भाग्यपूर्ण बयान नहीं आते.
प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता जागरूक है और उन्होंने कांग्रेस और भाजपा के कार्यों को देखा और परखा है. उपचुनाव में जनता मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए गए विकास कार्यों पर सहमति जताते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान करेगी. देश में नरेंद्र मोदी की सरकार है और हिमाचल में जयराम ठाकुर की, इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय खेल एवं सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर हैं. इसलिए हिमाचल में भाजपा की डबल इंजन से भी अधिक सक्षम सरकार है.
संजय टंडन ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि भाजपा विकास पर वोट मांग रही है. देशभर में अगर स्वास्थ्य क्षेत्र की बात करें तो पिछले 70 वर्षों में उतना इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं डिवेलप नहीं हो पाई जितनी कोविड-19 के दौरान 70 दिनों में डिवेलप हो गई. प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने संक्रमण के दौरान भी विकास कार्यों को नहीं रुकने दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवारवाद पर राजनीति करती है. उपचुनावों में भी कांग्रेस ने 3 सीटों पर परिवारवाद को बढ़ावा देते हुए प्रत्याशियों को चुनाव मैदान पर उतारा है. मंडी से प्रतिभा सिंह, जुब्बल कोटखाई से रोहित ठाकुर और फतेहपुर से भवानी सिंह पठानिया परिवारवाद के उदाहरण हैं. भाजपा ने परिवारवाद से किनारा करते हुए हर सीट पर कार्यकर्ता को मैदान में उतारा है.