शिमला: कोई भी राजनीतिक दल आम कार्यकर्ता और संगठन के बिना मजबूत नहीं हो सकता चुनावी साल में हिमाचल की सियासत में एक नई बहस छिड़ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार 31 मई को अपने कार्यकाल के 8 साल पूरा कर रही है. इस अवसर पर शिमला में तय किए गए कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे. मोदी की रैली में शामिल होने के लिए भाजपा कार्यकर्ता व नेता शिमला में घर-घर जाकर दस्तक दे रहे हैं जिसे लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे लेकर तंज कसा है.
पीसीसी चीफ प्रतिभा सिंह कह रही हैं कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा होती है और इस तरह हमको गली-गली घुमाना इस पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है. वहीं, भाजपा का कहना है कि पार्टी में सभी कार्यकर्ता हैं. खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि वे कार्यकर्ता पहले हैं और मुख्यमंत्री बाद में हिमाचल के सियासी गलियारे में छिड़ी इस बहस के बीच कांग्रेस और भाजपा के संगठन तथा कार्य प्रणाली पर बात करना जरूरी है.
पीएम मोदी की रैली में शामिल होने के लिए आमंत्रण देते हुए सीएम चुनावी साल में भाजपा ने अपनी सक्रियता काफी पहले से शुरू कर दी है यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, पार्टी के राज्य प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित अन्य नेता निरंतर बैठकों और कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं कांगड़ा जिला में पार्टी का त्रिदेव सम्मेलन हुआ इसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शामिल हुई थी भाजपा मुख्यालय दीप कमल में रोजाना कई बैठकें आयोजित की जाती हैं खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कई बैठकों में शामिल हुए हैं वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को सफल बनाने के लिए पूरी पार्टी मैदान में उतरी है सरकार के मंत्री जिलों में रहेंगे और मुख्यमंत्री सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी पीएम के कार्यक्रम में रहेंगे.
भाजपा में सभी नेता संगठन के काम को अहमियत देते हैं भाजपा ने एक दशक में कई नए कांसेप्ट संगठन के तौर पर लागू किए हैं. उनमें मेरा बूथ सबसे मजबूत और त्रिदेव सम्मेलन और अहम हैं. यदि त्रिदेव सम्मेलन की बात की जाए तो पिछले कई चुनावों में इसका प्रभाव देखने को मिला है. बूथ मैनेजमेंट पीएम नरेंद्र मोदी व अमित शाह की खास चुनावी रणनीति में से एक है. भाजपा हाईकमान का मानना है कि चुनाव में सफलता बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की लगन से ही मिलती है. इसके लिए चुनावी रणनीति में बूथ को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. त्रिदेव का कंसेप्ट इसी पर आधारित है.
त्रिदेव यानी बूथ पालक, बूथ लेवल एजेंट व बूथ प्रभारी. इन तीनों को मिलाकर त्रिदेव की कल्पना की गई. हिमाचल भाजपा संगठन में आठ हजार से अधिक बूथ हैं. इन बूथ में बीएलए यानी बूथ लेवल एजेंट, बूथ पालक व बूथ प्रभारी प्रमुख होते हैं. ये आम कार्यकर्ताओं से जमीनी रूप से जुड़े रहते हैं. इन्हीं के जरिए पार्टी के उच्च पदाधिकारियों को जमीनी हकीकत पता चलती है. बूथ पालक पार्टी में बूथ स्तर पर सबसे अनुभवी, सम्मानित व पैठ वाला कार्यकर्ता होता है. वो बूथ को गाइड करता है. बूथ लेवल एजेंट किसी भी तरह के चुनाव में पार्टी को री-प्रेजेंट करता है. बूथ प्रभारी ओवरऑल कार्यभार संभालता है. त्रिदेव सम्मेलन में यही तीन अंग हिस्सा लेते हैं.
पार्टी में रोजाना की गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार की जाती है. इसके अलावा गुप्त रूप से आम जनता के बीच उनकी राय के अनुसार चुनावी रणनीति तैयार की जाती है टिकट आवंटन भी काम के आधार पर होता है हर विधायक और मंत्री से नियमित रिपोर्ट कार्ड लिया जाता है संगठन के पदाधिकारियों की जवाबदेही तय की जाती है भाजपा का मीडिया और सोशल मीडिया मैनेजमेंट भी निरंतर सूचनाएं अपडेट करता है किस नेता का कहां पर किस समय आयोजन है इसकी जानकारी मीडिया के सभी माध्यमों को समय से पूर्व दे दी जाती है वहीं हिमाचल में कांग्रेस के नजरिए से देखें तो यहां संगठन की गतिविधियां भाजपा के सिस्टेमेटिक तरीके से नहीं चलती हैं. हाल ही में कांग्रेस हाईकमान ने प्रतिभा सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया और साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त के सुखविंदर सुक्खू को चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है.
प्रतिभा सिंह ने पीएम मोदी की रैली को लेकर मुख्यमंत्री के घर-घर जाकर निमंत्रण पत्र देने पर तंज कसा है इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि वे कार्यकर्ता पहले हैं और मुख्यमंत्री बाद में जयराम ठाकुर ने इस बयान से संदेश दिया है कि भाजपा में कार्यकर्ता होना गर्व की बात है. सीएम जयराम ने यह भी कहा कि पार्टी का काम करके उन्हें खुशी मिलती है. भाजपा के बड़े पदाधिकारी आम कार्यकर्ताओं के घर जाकर जलपान ग्रहण करते हैं और उनके संगठन तथा सरकार का फीडबैक भी लेते हैं. भाजपा ने हाल ही में बूथ अध्यक्ष के नाम की पट्टिका लगाने का कार्यक्रम किया था. इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिलासपुर के निचली भटेड मे रहने वाले बूथ अध्यक्ष चरणजीत सिंह के घर में उनकी नेम प्लेट लगाई इस तरह भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भावनात्मक संबंध जोड़ती है. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी ताकत बताती है और उन्हें मान सम्मान का कोई मौका नहीं चूकती.
वरिष्ठ मीडिया कर्मी धनंजय शर्मा के अनुसार भाजपा कार्यकर्ताओं पर केंद्रित पार्टी कही जाती है भाजपा में कार्यकर्ताओं का सम्मान सुनिश्चित किया जाता है. राष्ट्रीय स्तर पर भी एक तरह प्रक्रिया में अध्यक्ष चुने जाते हैं वहीं कांग्रेस में ऐसी गतिविधियों का भाजपा के मुकाबले अभाव है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का कहना है कि पार्टी में बूथ से लेकर राज्य स्तर तक एक निश्चित कार्य प्रणाली है. यहां बड़े पद पर पहुंचने के बाद भी पार्टी का काम करना गर्व की बात समझी जाती है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का कहना है कि जहां तक कांग्रेस की बात है वहां परिवारवाद को अहमियत दी जाती है. दशकों से कांग्रेस की कमान गांधी परिवार के हाथ में है सुरेश कश्यप ने कहा कि जहां तक मुख्यमंत्री द्वारा घर-घर जाकर निमंत्रण पत्र देने की बात है तो यह संकेत है कि भाजपा में सभी नेता पहले कार्यकर्ता हैं और वह खुशी के साथ पार्टी का काम करते हैं. हिमाचल भाजपा के प्रभारी अविनाश राय खन्ना का कहना है कि मुख्यमंत्री एक साधारण परिवार से संघर्ष करके सत्ता के उच्च पद तक पहुंचे हैं मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनकी विनम्रता कायम है जबकि प्रतिभा सिंह की टिप्पणियां रजवाड़ा शाही की प्रतीक हैं. मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल का कहना है कि भाजपा में संगठन सर्वोपरि है और सभी को अनुसाशन के दायरे में रहना सिखाया जाता है कांग्रेस में इस संस्कृति का आभाव है.
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