ठियोग:सड़कें देश की मुख्य जीवन वाहनी मानी जाती हैं और सरकार हर गांव को शहर तक जोड़ने के लिए सड़कों का निर्माण लगातार कर रही है, लेकिन कई बार गांव में आपसी विवाद के चलते सड़कों का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाता है जिससे कई गांव सड़कों की सुविधा से वंचित रह जाते हैं.
ऐसा ही एक मामला ठियोग की भराना पंचायत में सामने आया है. यहां एक व्यक्ति पर गांव और पंचायत ने सरकारी रास्ते पर अपना हक जताने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत की ओर से बनाई गई सड़क में एक व्यक्ति ने मिट्टी डालकर उसे बंद कर दिया है.
गांव के लोगों ने इस समस्या को लेकर सोमवार को ठियोग के एसडीएम कृष्ण कुमार शर्मा से मुलाकात की और उन्हें अपनी समस्या से जुड़ा एक ज्ञापन भी सौंपा. लोगों ने गडली से सरेवग तक की सड़क को बहाल करने की मांग की है.
गांव के लोगों का कहना है कि दो साल पहले गडली से सरेवग के लिए एक सड़क का निर्माण किया गया था जिस पर एक व्यक्ति ने मिट्टी डालकर उसे बंद कर दिया है जिससे गांव के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे लोगों को सेब और सब्जियां भी मंडी में ले जाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं.
लोगों का कहना है कि ये भराना पंचायत का मुख्य रास्ता है और यहां से सभी लोगों का आना-जाना होता है, लेकिन रास्ता बंद होने से उन्हें 15 किलोमीटर घूमकर भराना आना पड़ता है. उन्होंने एसडीएम के माध्यम से इस समस्या को हल करने की मांग की है.
वहीं, एसडीएम ठियोग कृष्ण कुमार शर्मा ने गांव वालों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही सड़क को खोल दिया जाएगा जिससे सेब ओर सब्जियां आसानी से मंडी तक पहुंच सकें.
ये भी पढ़ें-COVID-19: हिमाचल में 716 कोरोना के मामले, 5 दिन में बढ़े 148 केस