शिमला: दीपावली के बाद दूसरे दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है, जिसका इंतजार हर भाई-बहन को रहता है. इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. मान्यता है कि इस दिन बहन के टीका लगाने से भाई की उम्र बढ़ती है और वह निरोगी रहता है. इस त्योहार पर भाई-बहन का प्रेम देखते ही बनता है. इसके अलावा इस दिन को शुभ काम के लिए उत्तम माना जाता है.
भाई दूज की द्वितिया तिथि 5 नवंबर को रात्रि 11 बजकर 14 मिनट से लगेगीय, जो 6 नवंबर को शाम 7 बजकर 44 मिनट तक बनी रहेगी. इस साल भाई दूज के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से लेकर 3 बजकर 21 मिनट तक रहेगा. यानि तिलक करने का शुभ मुहूर्त 2 घंटा 11 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त में भाई दूज मनाने से भाई की यश, बल-बुद्धि और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. ऐसा माना जाता है कि बहन के आ जाने मात्र से ही भाई की आरती उतार देने से ही इन चार चीजों में वृद्धि होती है.