शिमला: जन आशीर्वाद यात्रा के दूसरे दिन अनुराग ठाकुर ने शिमला में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भविष्य में हिमाचल के मुख्यमंत्री बनने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मुझे जो जिम्मेदारी मिली है उससे में बहुत खुश हूं. उस जिम्मेदारी को लेकर मैं हिमाचल प्रदेश के लिए क्या कर सकता हूं, ये मेरा प्रयास रहेगा.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कई बार मुख्यमंत्री और मंत्री पद को लेकर चर्चा होती है, लेकिन पद से कुछ नहीं मिलता कुछ कर दिखाने की सोच के साथ जज्बे के साथ आप कुछ कर पाते हैं. इसलिए जो भी मिलता है उसमें कुछ कर दिखाओ, उससे ये सिद्ध होता है कि आपने न्याय किया है जो आपको अवसर मिला है. मुझे जहां अवसर मिला है वहां मैं न्याय करता रहा.
मुझे वित्त राज्य मंत्री बनाया गया था. वहां भी मैने खरा उतरने का प्रयास किया. हालांकि में फाइनेंस से बैक ग्राउंड नहीं रखता था. अब मुझे सूचना प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है ये भी मेरे लिए नई फील्ड है. चुनौतियां बड़ी हैं. बड़े लोगों ने इसको पहले हेड किया है, लेकिन मुझे यह देखना है जो पीएम मोदी ने मुझपर विश्वास व्यक्त किया है. पूरे हिमाचल को मान सम्मान दिया है. मैं उनकी कसौटियों पर खरा उतर पाऊं और हिमाचल का मान सम्मान बढ़ा पाऊं.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो प्यार हिमाचल की जनता ने दिखाया है उसको अपने साथ लेकर जा रहा हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो विश्वाश हिमाचल के लिए दिखाया है उसके लिए हिमाचल ऋणी रहेगा. आत्मनिर्भर भारत बनाना केवल स्लोगन नही है इसकी प्रेक्टिकल सम्भवना को पूरा करना सबसे बड़ी प्रमाणिकता है. वोकल फॉर लोकल हमारे बड़ा अभियान है, इसमें हमें हिमाचल के सभी लोकल वस्तुओं एवं संस्कृति को बढ़ावा देना है.
हिमाचल के संगीत में मिठास है जो कि पूरे देश मे चर्चित है , हमे अपनी संस्कृति को बढ़ावा देना है और हम अपनी इस विरासत को लुप्त नहीं होने देंगे. पूरे विश्व मे पहुंचाएंगे यह हमारा संकल्प है. उन्होंने कहा मैंने आपने संकल्प में कला और संस्कृतिक क्षेत्र को चुना है और इसको बढ़ाने का संकल्प लिया है.
उन्होंने कहा हमारा हिमाचल देवभूमि है और यह एक बड़ा कारण है कि हमारी संस्कृति बहुत अच्छी है. हमारे प्रदेश की पेंटिंग्स दुनिया मे कुछ भी प्रभाव छोड़ सकती हैं. हमें इनको दुनिया तक पहुचना है. उन्होंने पत्रकारों के जवाब में कहा जहां जमीन मिलेगी हम खेलों को बढ़ावा देने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे. इस विषय मे राजनीतिक कटाक्ष से बेहतर है कि एक स्वर में हिमाचल को आगे ले जाने में काम करें.
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