शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने अपना फैसला बदल लिया है. छात्र आंदोलन के दबाव में आ कर एचपीयू प्रशासन ने यह तय किया है कि एमबीए और एलएलएम कोर्स में छात्रों को प्रवेश प्रवेश परीक्षा के आधार पर दिया जाएगा. यानी अब मेरिट के आधार पर इन कोर्सेज में छात्रों को प्रवेश देने का फैसला दिया है. जो भी छात्र इन कोर्सेज में प्रवेश लेना चाहते है, उन्हें अब प्रवेश परीक्षा देनी पड़ेगी. इन दोनों कोर्स के लिए 28 अक्टूबर को एचपीयू प्रवेश परीक्षा करवायेगा.
एचपीयू ने बदला फैसला, MBA और LLM कोर्स के लिए करवाएगा एंट्रेंस एग्जाम
छात्र आंदोलन के दबाव में आ कर एचपीयू प्रशासन ने एमबीए और एलएलएम कोर्स में छात्रों को प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला देगा. इन दोनों कोर्स के लिए 28 अक्टूबर को एचपीयू प्रवेश परीक्षा करवायेगा. जबकि पीजी कोर्सेज में अभी भी प्रवेश छात्रों को मेरिट के आधार पर ही दिया जाएगा और एचपीयू इसके लिए कोई भी प्रवेश परीक्षा नहीं करवायेगा.
एचपीयू मेट एमबीए कोर्स में 28 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से लेकर 12 बजे तक करवाई जाएगी. वहीं, एलएलएम कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा एचपीयू उसी दिन 28 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से लेकर 3:30 तक करवाएगा. एचपीयू मेट की परीक्षा में बाहरी राज्यों से भी छात्र प्रवेश परीक्षा में शामिल होते हैं. एचपीयू इस प्रवेश परीक्षा के लिए चंडीगढ़ में भी परीक्षा केंद्र बनाता आया है लेकिन इस बार कोरोना के चलते परीक्षा केंद्र चंडीगढ़ में ना बनकर नालागढ़ में बनाने का एचपीयू प्रशासन ने फैसला लिया है.
दोनों ही कोर्सेज के छात्रों जिन्होंने आवेदन प्रवेश के लिए किया है उनके रोल नंबर 22 अक्टूबर को एचपीयू के एडमिशन पोर्टल पर जारी कर दिए जाएंगे. एचपीयू प्रशासन ने स्पष्ट किया हैं कि एचपीयू मात्र इन दो कोर्सेज के लिए ही प्रवेश परीक्षाएं करवा रहा है, जबकि पीजी कोर्सेज में अभी भी प्रवेश छात्रों को मेरिट के आधार पर ही दिया जाएगा और एचपीयू इसके लिए कोई भी प्रवेश परीक्षा नहीं करवायेगा.