चंडीगढ़/शिमला:आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव में क्लीन स्वीप कर सभी विपक्षी दलों को धराशाई कर दिया. 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में 20 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी को इस बार के विधानसभा चुनाव में 92 सीटें मिली. जिसके बाद से पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता जीत के जश्न में डूबे हुए हैं. वहीं नए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अपने इरादे आने वाले समय को लेकर साफ कर दिए हैं. पंजाब में किस तरीके से पार्टी काम करेगी और क्या लक्ष्य लेकर चल रही है. वहीं बाकी राज्यों को लेकर अब क्या प्लान है, इन्हीं सभी मुद्दों को लेकर हमने आम आदमी पार्टी पंजाब प्रभारी और दिल्ली विधानसभा के चीफ व्हिप जरनैल सिंह (jarnail singh) से खास बातचीत की.
सवाल: क्या उनको और उनकी पार्टी को पंजाब के लोगों द्वारा इतने बड़े स्तर पर सहयोग देने की उम्मीद थी?
जरनैल सिंह ने कहा कि प्रचार के आखिरी दौर में उन्हें ऐसा दिखाई देने लग गया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार चलाने का तरीका पसंद आ रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरीके का मैंडेट उनकी पार्टी को पहली बार नहीं मिला है. इससे पहले तीन बार भी इसी तरीके से लोगों ने उनको समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि वे पंजाब के लोगों की इस दरियादिली के लिए उनको सलाम करते हैं और पंजाब के लोग किसी भी तरह से गुमराह नहीं हुए जबकि देश के बड़े-बड़े नेताओं ने लोगों को गुमराह करने की बहुत कोशिश की थी.
सवाल: जब जनता इस तरीके से मैंडेट देती है तो क्या आप मानते हैं कि पार्टी पर भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी पड़ जाती है और इस जिम्मेदारी को निभाना पार्टी के लिए बड़ी चुनौती रहती है?
इस सवाल के जवाब में जरनैल सिंह ने कहा कि बिल्कुल एक तरफ जहां इतनी बड़ी संख्या में सीटें मिलने की खुशी होती है तो वहीं हम अपनी जिम्मेदारी को भी समझते हैं. लोगों की उम्मीदें भी बढ़ जाती हैं. लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की दिशा में काम करना भी पार्टी ने शुरू कर दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी आपने देखा होगा कि जैसे ही कैबिनेट की पहली बैठक हुई हमने जनता से किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ना शुरू कर दिया था. इसी तरह पंजाब में भी हम काम करेंगे.
सवाल: पंजाब के वित्तीय घाटे को देखते हुए जिस तरीके से उन्होंने महिलाओं को लुभाने के लिए वादे किए हैं और साथ ही विपक्ष भी इन बातों को लेकर उन पर निशाना साध रहा था? क्या वे उन वादों को पूरा कर पाएंगे?
जनरैल सिंह ने कहा कि दिल्ली में भी जब हमारी सरकार पहली बार बनी थी उससे पहले कांग्रेस की सरकार थी. कांग्रेस की सरकार में भी फंड का रोना हमेशा चलता रहता था. लोग महंगाई से परेशान थे, बिजली के बढ़े बिलों से परेशान थे. उस वक्त की मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित के पास लोग जब समस्याओं को लेकर जाते थे तो वह कहती थी मैं क्या कर सकती हूं प्राइवेट कंपनी है जो बिजली को देखती है, लेकिन अरविंद केजरीवाल की सरकार ने नामुमकिन को मुमकिन करके दिखाया. आज दिल्ली के लोग खुद बताते हैं कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि बिजली के बिल भी जीरो आ सकते हैं. सरकारी स्कूल, प्राइवेट स्कूलों से बेहतर हो सकते हैं इसकी भी किसी ने कल्पना नहीं की थी. बात नियत की होती है ईमानदारी से काम करने की होती है जो लीकेज हैं उनको बंद करने की बात है.
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सवाल: पंजाब में सबसे बड़े मुद्दे रोजगार, ड्रग्स और खनन हैं, इसको लेकर प्रदेश में राजनीति भी खूब हुई है. इन मामलों को लेकर आने वाले समय में आप की पार्टी किस तरीके से काम करेगी?
इस सवाल के जवाब में जरनैल सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जितने भी वादे पंजाब की जनता से किए हैं उनको लेकर उन्होंने पहले ही होमवर्क किया हुआ है. वे खुद राजस्व विभाग में रह चुके हैं इसलिए उनके होमवर्क में कोई कमी नहीं रहती. बहुत जल्द ही आपको वह सारे वादे पूरे होते दिखाई देंगे. हमारे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने भी पहले भाषण में ही बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी. 16 तारीख को शपथ होते ही आप देखेंगे कि इन सभी वादों पर काम होना शुरू हो जाएगा.
सवाल: पंजाब और दिल्ली के बीच कई मुद्दों को लेकर आपसी टकराव है. बात पानी की हो या पराली की, इन सभी मुद्दों को लेकर दोनों राज्य आमने सामने रहे हैं. इन मुद्दों को लेकर अब जब दोनों जगह आप की सरकार है, आगे कैसे काम किया जाएगा?
जरनैल सिंह ने कहा कि इन मुद्दों को लेकर विपक्ष ने हमेशा लोगों को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जनता ने अपना फैसला सुना दिया है. पंजाब में लोगों ने कांग्रेस की सरकार भी देख ली, अकाली दल और उसके गठबंधन की सरकार भी देख ली. लोगों ने खुले दिल से आम आदमी पार्टी को मैंडेट दिया है और काम करने का मौका दिया है. जहां तक पराली की बात है तो उसको लेकर हमारी पार्टी पर निराधार आरोप लगाए गए. अरविंद केजरीवाल ने हमेशा कहा कि पराली से सबसे ज्यादा नुकसान तो उसको हो रहा है जिसके खेत में पराली जल रही है. उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारों में इसके समाधान को लेकर नियत साफ नहीं थी. अगर नियत साफ होगी तो आप देखेंगे कि पराली के मुद्दे का भी समाधान होगा और अन्य मुद्दों को भी सुलझा लिया जाएगा. क्योंकि लोगों ने ऐसी सरकार चुन ली है जो आम लोगों की है.