शिमला: बरसात अभी शुरू (monsoon season in himachal) हुई ही है, लेकिन हिमाचल को जान और माल का भारी नुकसान हो रहा है. हिमाचल में मानसून सीजन में 45 लोगों की मौत हो चुकी है. निजी व सार्वजनिक संपत्ति को 47 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है. राज्य सरकार के राजस्व विभाग की पांच जुलाई तक की रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमें ये नुकसान दर्ज हुआ है. इसी बीच, छह जुलाई यानी बुधवार को बरसात के कारण हुए भूस्खलन में शिमला में एक लड़की की मौत हो गई. कुल्लू में चार लोग (Cloud Burst in Kullu) बह गए. इनमें से एक महिला का शव मिल गया है.
इस तरह अगर छह जुलाई का आंकड़ा भी जोड़ लें तो कुल 47 लोगों की मौत हो चुकी है. हर साल हिमाचल प्रदेश में बरसात के सीजन में भारी तबाही होती है. कई अनमोल जीवन मौत के आगोश में चले जाते हैं. निजी व सार्वजनिक संपत्ति को अरबों रुपये का नुकसान होता है. सबसे अधिक तबाही सड़कों की होती है. इसके अलावा बर्फबारी में अलग से नुकसान झेलना पड़ता है.
इस मानसून सीजन की शुरुआत ही भारी तबाही से हुई है. सोमवार को कुल्लू में बस हादसे में 13 लोगों की मौत (Kullu Bus Accident ) हो गई. ये इस मानसून सीजन का पहला बड़ा हादसा है. सोमवार व मंगलवार को दो दिन में सांप के काटने से पांच लोगों की मौत हुई है. इसी तरह गिरने के कारण छह लोगों की मौत हुई. वहीं, बद्दी में डूबने से दो बच्चों की मौत भी हुई. भारी बारिश के कारण 17 पशुओं की भी मौत हुई है.