शिमला: हिमाचल प्रदेश के 11 जिलों में जनमंच कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन जनमंच में 1609 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुई, जिनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही निपटारा किया गया. जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने जिला मंडी के करसोग में आयोजित जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता की. जनमंच के दौरान कुल 146 जन शिकायतें प्राप्त हुई, जिनका जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में मौके पर ही निपटारा कर दिया. इसके अलावा कुल 186 मांगें भी प्राप्त हुईं, जिन्हें आगामी निपटारे के लिए संबंधित विभागों को सौंप दिया गया.
प्री जनमंच की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए एसडीएम करसोग सन्नी शर्मा ने बताया कि इस दौरान लाभान्वित 13 ग्राम पंचायतों में से कुल 59 जन शिकायतें प्राप्त हुईं. साथ ही राजस्व विभाग से जुड़े विभिन्न तरह के 981 प्रमाणपत्र जारी किये गए और 145 म्यूटेशन अनुप्रमाणित की गईं. इस बीच 51 एफिडेविट, 65 आधार अपडेशेन, आठ निसानदेही तथा 378 विभिन्न तरह के फार्म को अनुप्रमाणित भी किया गया. प्री-जनमंच के दौरान ही 60 मृदा स्वास्थ्य कार्ड और 211 उद्यान कार्ड भी बनाए गए. पशुपालन विभाग के माध्यम से 142 पशुओं का पंजीकरण किया गया और 2 स्वास्थ्य शिविर भी लगाए गए. इसी दौरान विभिन्न विभागों के माध्यम से 37 साइट्स का भी निरीक्षण किया गया. इस बीच 111 विभिन्न मांगें भी प्राप्त हुईं.
कोटखाई में सुरेश भारद्वाज ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता: शिमला जिले की जुब्बल-नावर-कोटखाई में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता की. जनमंच में 76 समस्याओं के आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 73 समस्याओं का मौके पर निपटारा किया गया. लोक निर्माण विभाग से सम्बंधित 18 समस्याएं प्राप्त हुई, जिसमें से 17 समस्याओं का मौके पर निपटारा किया गया, जबकि एक समस्या को शीघ्र कार्रवाई के लिए विभाग को भेजी गई. इसके अलावा विद्युत विभाग से सम्बंधित 27 समस्याएं, परिवहन विभाग की 2, जल शक्ति विभाग की 26, वन विभाग की 2 और ग्रामीण विभाग से सम्बंधित एक समस्या प्राप्त हुईं, जिनका निपटारा मौके पर ही किया गया. इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान 61 अन्य आवेदन व कुछ मांगें भी प्राप्त हुई हैं, जिन्हें त्वरित कार्रवाई के लिए सम्बन्धित विभागों को भेजा गया है.
जनमंच के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने 78 व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच की गई और आवश्यकतानुसार 30 मरीजों के टेस्ट करने के उपरांत दवाइयां भी निःशुल्क वितरित की गई. इस अवसर पर 43 व्यक्तियों का कोविड वैक्सीन टीकाकरण किया गया. इसके अतिरिक्त राजस्व से सम्बंधित 7 विभिन्न प्रमाण पत्र, 6 इंतकाल भी मौके पर बनाए गए.
नादौन में सरवीण चौधरी ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता:सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चैधरी ने जिला हमीरपुर के नादौन विधानसभा क्षेत्र की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कांगू में जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता की. जनमंच में लोगों द्वारा कुल 16 शिकायतें एवं 37 मांगें प्रस्तुत की गई, जिनमें से अधिकांश का मौके पर ही निपटारा कर दिया गया. क्षेत्रवासियों की ओर से 10 शिकायतें और 8 मांगें जनमंच से पहले प्राप्त की गईं, जिनका निपटारा जनमंच से पूर्व ही कर दिया गया.
जनमंच के दौरान स्वास्थ्य विभाग और आयुष विभाग ने जांच शिविर भी लगाए गए. स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने 133 लोगों, आयुष चिकित्सकों ने 110 और होम्योपैथिक चिकित्सकों ने 39 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। 31 लोगों के दांतों की भी जांच की गई. 25 कारीगरों को बांस-किट और 10 लड़कियों को दिए 31.31 हजार कार्यक्रम के दौरान सरवीन चैधरी ने 25 कारीगरों को उद्योग विभाग की ओर से बांस-किट प्रदान किए. उन्होंने 10 गरीब लड़कियों की शादी के लिए शगुन योजना के तहत 31.31 हजार रुपये, बेटी है अनमोल योजना की 5 लाभार्थी कन्याओं को 12.12 हजार रुपये की एफडी के दस्तावेज और चार महिलाओं को गृहिणी सुविधा योजना के तहत निशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए. सरवीण चैधरी ने प्रधानमंत्री मत्स्य पालन योजना के 5 लाभार्थियों को मोटर साइकिल और आइस बाॅक्स भी भेंट किए.
ऊना में वीरेंद्र कंवर ने की कार्यक्रम की अध्यक्षता:पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने जिला ऊना की कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में जनमंच अप्पर बसाल के राजकीय माध्यमिक पाठशाला की अध्यक्षता की. प्री-जनमंच में 17 समस्याएं प्राप्त हुईं, जबकि जनमंच में 73 शिकायतें मिली. इसके अतिरिक्त क्लस्टर के बाहर की पंचायतों के 12 शिकायतें प्राप्त हुईं. जनमंच में कुल 102 जन समस्याएं प्राप्त हुईं, जिनमें से अधिकांश शिकायतों का निपटारा सुनिश्चित बनाया गया.
बसाल में जनमंच कार्यक्रम के दौरान वैक्सीनेशन कैंप भी लगाया गया, जिसमें 2 लाभार्थियों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज, 29 लाभार्थियों ने दूसरी डोज लगवाई. स्वास्थ्य विभाग ने 51 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और 28 मेडिकल टेस्ट किए. आयुष विभाग ने 77 लोगों का स्वास्थ्य जांचा. इसके अतिरिक्त 3 किसान प्रमाण पत्र, 12 बोनाफाइड प्रमाण पत्र, 6 बेरोजगारी और 3 ओबीसी प्रमाण पत्र भी जारी किए गए. उन्होंने बेटी को गोद लेने वाले परिवारों को गरिमा योजना के तहत जनमंच में जिला प्रशासन की ओर से 21-21 हजार रुपये की एफडी भी प्रदान की. बेटी है अनमोल योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली 5 बच्चियों को उनकी उपलब्धियों के बोर्ड भी प्रदान किए गए.
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने सोलन में की कार्यक्रम की अध्यक्षता: उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने जिला सोलन की दून विधानसभा क्षेत्र के बनलगी में जनमंच की अध्यक्षता की. उन्होंने निर्देश दिए कि आज के जनमंच के लिए नामित 11 ग्राम पंचायतों में इस सम्बन्ध में जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएं ताकि 90 दिन तक मनरेगा के तहत काम करने वाले कामगार अपना पंजीकरण कामगार कल्याण बोर्ड के साथ करवा सकें. जनमंच के दौरान 74 शिकायतें प्राप्त हुईं, इनमें से 27 का निपटारा पूर्व जनमंच कार्यक्रमों में सुनिश्चित बनाया गया. शेष में अधिकांश का मौके पर ही निपटारा किया गया. इसके अतिरिक्त कुल 71 मांगें प्राप्त हुईं.
जनमंच में 2 हिमाचली प्रमाण, 11 आय प्रमाण पत्र बनाए गए और 21 व्यक्तियों को परिवार रजिस्टर की नकल उपलब्ध करवाई गई. 13 अन्य प्रमाण पत्र जारी किए गए. 14 लोगों का आधार के लिए नामांकन किया गया. जनमंच में 2 हल्फनामे भी बनाए गए. 21 इन्तकाल किए गए. हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत 5 पात्र परिवारों की कागजी कार्रवाई पूरी की गई. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क जांच शिविर में 184 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. 30 व्यक्तियों के नेत्र जांचे गए. 40 व्यक्तियों के एक्स-रे किए गए. 31 व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की गई. आयुष्मान भारत योजना के तहत 15 व्यक्तियों का नामांकन किया गया.
जनमंच में कोविड-19 परीक्षण एवं बचाव टीकाकरण भी किया गया गया और 5 व्यक्तियों को पहली खुराक एवं 17 व्यक्तियों को दूसरी खुराक दी गई. कोरोना संक्रमण जांच के तहत 5 व्यक्तियों का रैट परीक्षण किया गया. आयुष विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 87 लोगों की जांच की गई. पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित निःशुल्क जांच शिविर में दूध के 100 नमूने एकत्र किए गए. शिविर में 107 पशुओं की जांच की गई.