रामपुर: उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से चमोली की ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों में आई बाढ़ में दो बिजली प्रोजेक्ट तबाह हो गए. इन्हीं प्रोजेक्ट में बीते 4 वर्षों से रामपुर बुशहर के शिंगला गांव के दो युवक भी सेवारत थे.
पवन और राकेश कुंदन एनर्जी पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे. नदी में आई बाढ़ के कारण प्रोजेक्ट और वहां तैनात कर्मचारी भी इसकी चपेट में आ गए हैं. कर्मचारियों के साथ ही पवन और राकेश भी थे जो अभी तक लापता बताए जा रहे हैं. हालत के सामान्य होने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है, लेकिन अभी तक दोनों की कोई सूचना नहीं है.
घटना की सूचना मिलते ही पूरे शिंगला गांव और इलाके में परिजन और लोग उनकी सकुशलता के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं. परिजन घटनास्थल की ओर रवाना हो चुके हैं. सभी को उम्मीद है कि दोनों की सकुशलता का समाचार जल्द मिलेगा. राकेश और पवन के परिजन और रिश्तेदारों के साथ करीब 15 युवा चमोली जा रहे हैं. ग्राम पंचायत शिंगला के प्रधान राज कुमार और चमोली जा रहे परिजन होशियार और रुपेश शर्मा ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों भाई सलामत होंगे और वापस घर लौटेंगे.