शिमलाः धरतीपुत्रों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी किसान सम्मान निधि योजना पर धनलोलुप लोगों ने अपने लालच के पंजे गड़ा दिए. देवभूमि हिमाचल प्रदेश में आयकर भरने वाले खाते-पीते लोगों ने साधनहीन कृषकों के हिस्से की किसान सम्मान निधि को भी नहीं छोड़ा. कुल 11,388 लोगों ने किसान सम्मान निधि के 11.39 करोड़ रुपये हड़प लिए.
सभी जिलों के डीसी को लिखा गया पत्र
मामले का खुलासा होने के बाद अब राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीसी को पत्र लिखकर वसूली के आदेश दिए हैं. आयकर विभाग के डाटा के साथ मिलान करने पर हिमाचल सरकार को मामले का पता चला. अब राजस्व विभाग ने इस रकम की वसूली के लिए सभी जिलों के डीसी को पत्र लिखा है. राज्य सरकार के राजस्व विभाग के एसीएस आरडी धीमान की तरफ से सभी जिलों के डीसी को पत्र लिख कर वसूली प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया है.
11,388आयकर भरने वालों ने हड़प लिए करोडों रुपये
कोरोना काल में किसान सम्मान निधि साधनहीन किसानों के लिए वरदान की तरह साबित हुई. वहीं, लालची लोगों ने साल के छह हजार हासिल करने में भी तिकड़में लगा डालीं. सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले किसानों के लिए पात्रता की शर्तें तय की हैं. इसमें साफ कहा गया है कि आयकर का भुगतान करने वाले इस राशि को पाने के हकदार नहीं होंगे. इस शर्त के साथ खिलवाड़ करते हुए हिमाचल प्रदेश के नौकरीपेशा और साधन संपन्न लोगों ने भी बेशर्मी का परिचय दिया. कुल 11,388 आयकर भरने वालों ने करोडों रुपये हड़प लिए.
जिलावार इतने लोगों ने ली राशि